अभिभाषण के बाद संसद भवन से रवाना हुईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, अब देश को इकोनॉमिक सर्वे का इंतजार

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद भवन में अपना अभिभाषण दे रही हैं. इसके बाद वित्त वर्ष 2023-24 के लिए इकोनॉमी ग्रोथ के अनुमानों के साथ इकोनॉमिक सर्वे 2023 पेश किया जाएगा.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण को सुनते नजर आईं कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी. हालांकि, कांग्रेस के कई नेता खराब मौसम के चलते अभिभाषण में हिस्सा नहीं ले सके.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज दुनिया आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख को समझती है. यही कारण है कि आज आतंकवाद के मुद्दे पर भारत को दुनिया गंभीरता से सुन रही है. 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि बीते 8 सालों में देश में मेट्रो नेटवर्क में तीन गुना से अधिक बढ़ोतरी हुई है. आज 27 शहरों में ट्रेन पर काम चल रहा है. इसी प्रकार देशभर में 100 से ज्यादा नए वॉटरवे देश में ट्रासंपोर्ट सेक्टर का कायाकल्प करने में मदद करेंगे.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज एक तरफ देश में अयोध्या धाम का निर्माण हो रहा है, तो दूसरी तरफ आधुनिक संसद भवन भी बन रहा है. एक तरफ हमने केदारनाथ धाम, काशी विश्वनाथ धाम और महाकाल महालोक का निर्माण किया, तो वहीं हर ज़िले में हमारी सरकार मेडिकल कॉलेज भी बनवा रही है.

सरकार की नई पहल के परिणामस्वरूप हमारा रक्षा निर्यात छह गुना हो गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उन्हें गर्व है कि हमारी सेना में आज INS विक्रांत के रूप में पहला स्वदेशी एयरक्राफ़्ट कैरियर भी शामिल हुआ है. मेड इन इंडिया अभियान और आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का लाभ देश को मिलना शुरु हो चुका है. 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आज़ादी के अमृतकाल में देश पंच प्राणों की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है. गुलामी के हर निशान, हर मानसिकता से मुक्ति दिलाने के लिए भी मेरी सरकार निरंतर प्रयासरत है. जो कभी राजपथ था, वह अब कर्तव्यपथ बन चुका है. 

महिलाओं को लेकर राष्ट्रपति ने कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की सफलता आज हम देख रहे हैं. देश में पहली बार पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक हुई है और  महिलाओं का स्वास्थ्य भी पहले के मुकाबले और बेहतर हुआ है. यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी कार्यक्षेत्र में महिलाओं के लिए कोई बंदिश न हो. 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मेरी सरकार की प्राथमिकता में देश के 11 करोड़ छोटे किसान हैं. ये छोटे किसान, दशकों से, सरकार की प्राथमिकता से वंचित रहे थे. अब इन्हें सशक्त और समृद्ध करने के लिए हर तरह की कोशिश की जा रही है.