भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी बने Praveen Kakkar की कार्यशैली से कमलनाथ सरकार की तारीफ हो रही है, सीएम कमलनाथ ने उन्हें स्वेच्छा अनुदान राशि आवेदनों का निराकरण सौंप रखा है। मुख्यमंत्री कार्यालय को मंत्रियों, कांग्रेस कार्यालयों, दोनों दलों के सांसदों, विधायकों द्वारा सिफारिश किए व अन्य स्तर पर उपचार खर्च राशि स्वीकृति वाले जो आवेदन प्राप्त होते हैं, वो सारे आवेदन जाँच पश्चात मंजूरी के लिए कक्कड़ को भेज दिए जाते हैं। उन्हें हर दिन करीब तीन सौ आवेदन तो प्राप्त होते हीं हैं। बीते तीन-चार दिन में ही 50-60 लाख की धनराशि स्वीकृत की जा चुकी है। प्रदेश में मरीजों की हो रही इस तुरंत मदद से प्रवीण कक्कड़ की तारीफ की जा रही है। जिसका फायदा कमलनाथ सरकार को हो रहा है, पीड़ित लोगों में कांग्रेस सरकार की एक अलग ही साख बन रही है।
आवेदन मंजूरी की प्रक्रिया के संबंध में कक्कड़ के समक्ष जो आवेदन उपयुक्त पाए जाते हैं उन आवेदकों को एसएमएस से सूचना दी जाती है। आवेदक यह इंतजार ना करें कि राशि मंजूरी का लेटर मिलेगा तब अस्पताल में देंगे। उन्हें स्वीकृत राशि का जो एसएमएस मिलता है उसे अस्पताल प्रबंधन को दिखा कर बाकी कार्रवाई कर सकते हैं, यदि अस्पताल संचालक आनाकानी करें तो कलेक्टर को अपनी परेशानी बता सकते हैं। सिर्फ आवेदन भेजने का मतलब यह भी नहीं कि राशि स्वीकृत हो ही जाएगी क्योंकि कई आवेदन समुचित दस्तावेज ना होने या अन्य कारणों से खारिज भी करना पड़ते हैं।