प्रदेश के 98 निकायों में से मंदसौर को मिला 10वां स्थान

p>मंदसौर. नगरीय निकायों में अधिकारियों की कार्यशैली पर नजर रखने के लिए प्रदेश स्तर पर मॉनिटरिंग की जा रही है। इसमें प्रदेश की सभी नगरपालिकाओं को शामिल किया गया है। नगरपालिका अधिकारियों द्वारा किए जा रहे कार्यों का विश्लेषण कर उन्हें अंक दिए जा रहे हैं। इसमें नगरपालिका मंदसौर ने प्रदेश की 98 नगरपालिकाओं में 10वां स्थान हासिल किया है।

नगरपालिका के जानकारों के अनुसार नगरीय प्रशासन विभाग ने नगरपालिका अधिकारियों के कार्यों की मॉनिटरिंग करने के लिए ‘बेस्ट टू फस्र्टÓ के तहत रैंकिंग देना प्रारंभ किया है। इससे जहां अधिकारियों में कार्य के प्रति प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी वहीं उनकी कार्यक्षमता का भी आंकलन होगा। यूं तो ‘बेस्ट टू फस्र्टÓ का स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 से सीधे सीधे कोई सरोकार नहीं है। इसका लाभ अवश्य नगरपालिकाओं को मिल सकता है। ‘बेस्ट टू फस्र्टÓ के तहत अधिकारियों के बीच प्रतिस्पर्धा बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करेगी। अधिकारी अपने विभाग में बेहतर कार्य करने का प्रयास करेंगे। इसका सीधा लाभ स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 के सर्वे में मिलेगा।

नगरीय प्रशासन की ओर से जारी की गई पहले सूची
नगरीय प्रशासन विभाग ने प्रदेश की सभी नगरपालिका के अधिकारियों की कार्यक्षमता पर नजर रखने के लिए हर माह रैंकिंग देने का निर्णय लिया है। पांच अलग अलग कैटेगिरी में अधिकारियों के कार्य अनुसार अंक दिए जा रहे हैंं। सभी कैटेगिरी के अंकों को जोडऩे के बाद प्रदेश स्तर पर रैंकिंग निर्धारित की जा रही है। नगरीय प्रशासन की ओर से जारी की गई पहले सूची में मंदसौर नगरपालिका को प्रदेश में १०वां स्थान मिला है। इसमें स्वच्छ भारत मिशन में ४० में से २७.२४ अंक मिले हैं। इस कैटेगिरी में मंदसौर को 98 नगरपालिकाओं में ११वीं रैंक मिली है। मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री आवास योजना में हुए कार्यों में 20 में से 10.24 अंक व 61वीं रैंक, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में 10 में से 7.88 व चौथी रैंक, अमृत 10 में से 8.32 व रैंक ५, राजस्व वूसली में 10 में से 1.50 व 32वीं रैंक हासिल की है। नगरपालिका मंदसौर को पांचों कैटेगिरी मिलाकर 100 अंकों में से 61.32 अंक प्राप्त हुए है। इस आधार पर प्रदेश की 98 नगरपालिकाओं में मंदसौर ने 10वां स्थान हासिल किया।

आवास और राजस्व वूसली में नगर पालिका कमजोर
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश की नगरपालिका को ‘बेस्ट टू फस्र्टÓ के आधार पर रैंकिंग दी जा रही है। इसमें मंदसौर नगरपालिका दो कैटेगिरी में काफी पिछड़ी हुई है। मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री आवास योजना में नगरपालिका मंदसौर को प्रदेश की 98 नगरपालिका में ६१वां स्थान मिला। राजस्व वसूली में भी 32वीं रैंक हासिल हुई है। इन दोनों कैटेगिरी में नगरपालिका काफी कमजोर साबित हुई है। इन दोनों कैटेगिरी में सुधार के साथ ही नपा प्रदेश स्तर पर ऊंची छलांग लगा सकती है। सीएमओ भी इन दोनों कैटेगिरी में सुधार की बात कह रही हैं।