कमलनाथ ने स्वीकारी बिसेन की चुनौती:​​​​​​​बोले- छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ने आएं, स्वागत है; जनता सच्चाई का साथ देगी

र्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूर्व मंत्री और बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन की छिंदवाड़ा से विधानसभा चुनाव लड़ने की चुनौती को स्वीकार किया है। कमलनाथ ने कहा- छिंदवाड़ा में उनका स्वागत है। BJP के कद्दावर नेता और अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष बिसेन ने कमलनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने की बात कही थी।

बिसेन के इस बयान पर शनिवार को जबलपुर में PCC चीफ कमलनाथ ने कहा- उन्हें बालाघाट से टिकट नहीं मिल रही है, तो वे भागकर छिंदवाड़ा आ रहे हैं, लेकिन छिंदवाड़ा आने पर भी मैं उनका स्वागत करता हूं। जनता पर पूरा भरोसा है कि वो सच्चाई का साथ देगी।

मध्यप्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावी साल में कमलनाथ का पब्लिक इंटरेक्शन का अंदाज भी बदल रहा है। चार दशक तक राष्ट्रीय राजनीति में रहे कमलनाथ अब स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता से उठा रहे हैं। क्षेत्रीय हिसाब से कमलनाथ ने जनता से जुड़ने के लिए अभिवादन का तरीका भी बदला है। शुक्रवार को टीकमगढ़ दौरे के वक्त कमलनाथ ने भाषण की शुरुआत में ठेठ बुंदेली अंदाज में कहा- सबई जनन खौं हमाई राम-राम पौंचे। नाथ के इस अभिवादन के अंदाज को देखकर जनता ने खूब तालियां बजाईं।

केंद्र में कई बार मंत्री रहे कमलनाथ अक्सर राष्ट्रीय मुद्दों पर बात करते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी पर हमले करने वाले कमलनाथ अब स्थानीय मुद्दों को भी अपने दौरों के वक्त भाषणों में उठा रहे हैं। स्थानीय स्तर पर प्रशासन की ज्यादती के शिकार हुए कार्यकर्ताओं को साहस दे रहे हैं।

निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर में दौरे पर पहुंचे कमलनाथ ने स्थानीय बीजेपी नेताओं और प्रशासन पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. अमर सिंह राठौर की स्मृति में 41 साल से हो रहे वॉलीबॉल टूर्नामेंट को रोकने का आरोप लगाया। इसी मुद्दे पर कमलनाथ ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा- चुनाव में आठ महीने बचे हैं। आठ महीने बाद सबका हिसाब लिया जाएगा। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से बोले- डरिएगा मत, आक्रामक रहिए। कांग्रेस की सरकार आठ महीने बाद बन रही है।