शर्मनाक: मध्यप्रदेश में हो रहा है मासूम बच्चियो का व्यापार- संगीता शर्मा

भोपाल. सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने खुलासा किया है की मध्यप्रदेश के वे गांव जिन्हें उन्होंने गोद लिया हुआ है, वहां 4 साल से 6 साल की बच्चियों को बेचा जाता है, 18 सालों की भाजपा सरकार और 4 बार के मुख्यमंत्री की सरकार फेल हो गई है बेटियांे को बचाने में।
भोपाल में विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर उद्योग एवं व्यापार मंडल द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने राजधानी भोपाल की बस्तियों के हालात बताते हुए है खुद स्वीकार्य किया है कि जिन 3 गांवों को उन्होंने गोद लिया हुआ है। उन बस्तियों के 250-300 बच्चों के पास न पढ़ने का साधन है, ना खाने के पैसे, ना उनके माता पिता के पास कमाने का साधन है। अवैध रूप से कच्ची शराब बनाते है और बेचते है। जब पुलिस उन्हे पकड़कर ले जाती है तो वे अपनी 5 साल 4 साल 6 साल की बच्चियों को बेचते है और अपने परिजनों को छुड़ाते है।
सवाल यह है कि:-
1 सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने इस गंभीर घटना की शिकायत गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा जी से अभी तक क्यों नहीं की?
2 क्या सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने इस संवेदनशील मामले को संसद में उठाया है?
3 बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, का नारा भाजपा के लिए केवल भाषणों तक ही है?
4 क्यों मुख्यमंत्री जी की नाक के नीचे गरीबों को अपनी बच्चियों का देह बेचकर घर चलाना पड़ रहा है?
5 सांसद महोदय ने सार्वजनिक मंच से इस बात की स्वीकारोक्ति की है। उन्हें बताना चाहिए बच्चियां किसे बेची जा रही है और कौन खरीददार है?
6 इतना गंभीर मामला है तो प्रज्ञा जी अभी तक चुप क्यों थी? जब 3 गांवों की बस्तियों के यह हालात है तो प्रदेश के हालात क्या होंगे?
7 मैं भोपाल सांसद से पूछना चाहती हूं कि आप खुद भी एक महिला हैं महिला होने के नाते बच्चियों के साथ ऐसे कुक्रत्य को कानून के सहारे से रोका जाना क्या यह आपका कर्तव्य नहीं है ?
7 क्या हर दिन मध्यप्रदेश में नाबालिग बच्चियों के साथ रेप गैंग रेप जैसी घटनाएं हो रही है उस पर आवाज उठाना एक जनप्रतिनिधि होने के नाते आपका कर्तव्य के साथ धर्म नही है?
9 मैं केंद्र सरकार की मंत्री निर्मला सीतारमन, स्मृति ईरानी व राज्य सरकार की मंत्री उषा ठाकुर और भाजपा महिला मोर्चा की महिलाओं से पूछना चाहती हूं कि इस गंभीर मामले पर चुप क्यों है?
यदि थोड़ी भी संवेदना है तो अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज़ उठाने का साहस दिखाए। राष्ट्रीय महिला आयोग को मध्यप्रदेश के इस बेटी बेचो जैसे मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करना चाहिए। मानव अधिकार आयोग भी स्वतः संज्ञान लेते हुए मामले की जांच करें।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जो लगातार मासूम बच्चियों पर हो रहे अपराधों को लेकर गंभीर नही है व गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा जी से प्रदेश के अपराध संभाले नहीं जा रहे है, तो वे तत्काल अपने-अपने पदों से इस्तीफा दें।
महामहिम राज्यपाल जी को सांसद जी की कही गई बात को स्वतः संज्ञान लेते हुए मध्यप्रदेश की सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए और राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए।