मोदी सरकार जल्द ही कई और एयरपोर्ट्स का निजीकरण करने की तैयारी में

विमानन क्षेत्र में निजीकरण की ओर बढ़ती रहेगी सरकार। यह बात बुधवार को नागर विमानन मंत्रालय की संयुक्त सचिव उषा पाढ़ी ने कही। उन्होंने कहा कि जल्द ही कई और एयरपोर्ट्स का भी निजीकरण होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय नागर विमानन सेक्टर में निवेश आ रहा है। खास तौर से निजी निवेशक इस सेक्टर में आकर्षित हो रहे हैं। पाढ़ी फिक्की और थेल्स द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित स्मार्ट सेफ सेक्योर स्काईज कार्यक्रम में बोल रही थीं।

तीन एयरपोर्ट का आवंटन किया जा चुका है

उन्होंने कहा कि सरकार एयर इंडिया और पवन हंस के विनिवेश की बात कर रही है। कुछ एयरपोर्ट्स का हमने निजीकरण कर दिया है। कुछ और एयरपोर्ट्स को निजीकरण होना है। तीन एयरपोर्ट का आवंटन किया जा चुका है। कुछ और का आवंटन होना है। यह निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।

एंटी-ड्रोन मुद्दे पर एक सप्ताह के अंदर जारी होगा निर्देश : बीसीएएस

ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सेक्योरिटी (बीसीएएस) के डिप्टी महानिदेशक महेश्वर दयाल ने कहा कि विकास का दबाव, उद्योग का वाणिज्यिक हित और सुरक्षा का दबाव इस सेक्टर के प्रमुख मुद्दे रहे हैं। इनके बीच संतुलन स्थापित करना बीसीएएस के लिए हमेशा कठिन रहा है। जल्द ही बीसीएएस एंटी-ड्रोन निर्देश जारी करने वाला है। बीसीएएस भारतीय एयरपोर्ट पर सभी गैजेट्स और सिस्टम्स के तकनीकी निर्देश जारी करता है। एंटी-ड्रोन मुद्दे पर हम एक सप्ताह से भी कम समय में निर्देश जारी करने वाले हैं।