मप्र में कमलनाथ सरकार की वजह से पहली बार आम उपभोक्ताओं के बिजली बिल में 84% की कमी, ₹100 से भी कम आये बिल

प्रदेश में पहली बार कम बिजली का उपयोग कर ज्यादा बिल का भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं के चेहरे दीवाली से पहले खिल उठे हैं। इंदिरा गृहज्योति योजना का लाभ मिलना शुरू हो गया है। अक्टूबर माह में जो बिल उपभोक्ताओं को मिल रहे हैं वे इसी योजना के तहत दिए जा रहे हैं। 100 यूनिट तक बिजली जलाने वाले उपभोक्ताओं के बिल 100 और उससे कम बिजली यूनिट का उपयोग करने वालों के बिल खर्च की गई यूनिट के अनुसार आ रहे हैं।

इससे पहले जब भी कोई योजना सरकार की आती थी वो एक खास वर्ग के लिए आती थी। इससे आम लोग पात्रता रखते हुए भी इससे वंचित रह जाते थे। बिजली बिल में छूट की योजना का लाभ प्रदेश के कर्मचारियों सहित जो बीपीएल में नहीं आते उनको भी मिल रहा है। अक्टूबर माह में जो बिल उपभोक्ताओं को दिए जा रहे हैं उसे देख उपभोक्ता हैरान हैं।

साफ्टवेयर अपडेट के बाद उर्जा विभाग ने अब सभी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए एक जैसा स्लैब लागू कर दिया है। इसके बाद ऐसे सभी उपभोक्ताओं को 100 यूनिट पर छूट मिलेगी, जिनकी मासिक खपत 150 यूनिट (प्रतिदिन 5 यूनिट) तक रहेगी। जिन उपभोक्ताओं की खपत सिर्फ 100 यूनिट आएगी, उन्हें केवल 100 रुपए ही देने होंगे। और जिनकी 100 यूनिट से कम रहेगी उनका बिल 100 रुपए से भी कम आया है।

इससे पहले ऐसे उपभोक्ता जिनकी खपत 100 यूनिट रहती थी उन्हे 634 रुपए चुकाने पड़ते थे। अब उन्हें 100 रुपए ही देने होंगे। इन्हें 534 रुपए की सब्सिडी मिल रही है। खपत 150 यूनिट तक रहने पर अब 384 रुपए देने होंगे जबकि सितंबर में ऐसे उपभोक्ताओं को 918 रुपए देने पड़ थे। ग्रामीण क्षेत्र में 20 रुपए प्रति बिल की अतिरिक्त छूट मिलेगी। ऐसे उपभोक्ता जिनकी मासिक खपत 150 यूनिट से ज्यादा होगी, उन्हें किसी भी छूट का फायदा नहीं मिलेगा।

150 यूनिट पर 384 रुपए आएगा महीने भर का बिल

कोई भी हो अगर उसके घर में बिजली बिल की खपत 150 यूनिट तक होगी तो उसे 384 रुपए माह का बिल जमा करना है। अगर एक यूनिट पर ऊपर हो गई तो वह बिल 200 यूनिट तक 950 रुपए हो जाएगा। इसके बाद अधिक यूनिट खर्च होने पर उपभोक्ताओं को पुराने टैरिफ के अनुसार ही बिल जमा करना होगा। इंदिरा गृह ज्योति योजना में सभी उपभोक्ता शामिल हैं, लेकिन लाभ 150 यूनिट तक खपत करने पर ही मिलेगा। इससे एक यूनिट भी ज्यादा खपत कर ली तो कम्प्यूटर उपभोक्ता को योजना से बाहर कर देगा। वहीं 100 यूनिट तक 100 रुपए का बिजली बिजल जमा करना होगा।

1000 वाट के बिजली उपकरणों पर एक घंटे में एक यूनिट का खर्च


सर्दी में 125 वाट का फ्रीज, 60 वाट का पंखा नहीं चलेगा। पानी की खपत भी कम रहेगी, इससे आधा हॉर्स पावर (375 वाट) का पानी का पंप भी कम चलेगा। अभी डेढ़ टन का एसी एक घंटे चलाने पर दो यूनिट बिजली खपत होती है, यह भी सर्दी में बंद रहेगी। इससे बिल कम होना स्वाभाविक है। इस तरह एक हजार वाट के भार वाले उपकरण एक घंटे तक चलाने पर एक यूनिट बिजली खर्च आएगा।