झाबुआ उपचुनाव: बीजेपी के बागी नेता डामोर को है जान का खतरा, SDM को आवेदन देकर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की

झाबुआ: झाबुआ उपचुनाव से पहले राजनैतिक हलचल तेज हो चली है। एक तरफ प्रदेश कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को झाबुआ उपचुनाव से प्रतिबंधित करने की मांग की है। वही दूसरी तरफ भाजपा से बगावत कर निर्दलीय मैदान में उतरे कल्याण सिंह डामोर ने एसडीएम से सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने विपक्षी पार्टियों से अपनी जान को खतरा बताया है।

दरअसल, शनिवार को प्रचार के दौरान पिटोल गांव के पास गेहलर बड़ी में भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया और कल्याण सिंह डामोर आमने-सामने हो गए थे। इस दौरान सांसद जीएस डामोर भी मौके पर मौजूद थे। इस घटनाक्रम के बाद से डामोर ने विपक्षी पार्टियों से अपनी जान को खतरा बताया है और एसडीएम को आवेदन देकर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। डामोर का कहना है कि क्षेत्र में 356 मतदान केन्द्र है, क्षेत्र के कई हिस्सों में मोबाइल नेटवर्क नही आता, भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुझ पर हमला करने की कोशिश की है, यह मुझे जान से मारने की साजिश है।ऐसे में मुझे सुरक्षा प्रदान की जाए।फिलहाल डामोर के पास सुरक्षा के लिए एक पुलिसकर्मी है, उम्मीद की जा रही है कि आवेदन के बाद पुलिस डामोर को एक औऱ सुरक्षाकर्मी प्रदान कर सकती है।

बता दे कि कांग्रेस ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया और भाजपा ने भानू भूरिया को टिकट दिया है। अभी तक ये मुकाबला भाजपा-कांग्रेस के बीच माना जा रहा था लेकिन भाजपा के बागी कल्याण सिंह डामोर के मैदान में डटे रहने से यह मुकाबला त्रिकोणीय हो चला है। स्थिति एक बार फिर पिछले विधानसभा चुनाव जैसी हो चली है, हालांकि पहले बगावत कांग्रेस की तरफ से थी लेकिन इस बार बगावत के सुर बीजेपी से फूटे है। बावजूद इसके कांग्रेस जीत के लिए आश्ववस्त नजर आ रही है लेकिन कल्याण सिंह के मैदान में आने भाजपा चिंतित हैं ।देखना बड़ा रोचक होगा कि इस चुनौती को कौन जीतने में सफल होता है।