झाबुआ विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। लोग सुबह 7 बजे से 5 बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं। उपचुनाव होने के बाद भी मतदाताओं में जमकर उत्साह है। यहां दोपहर 2 बजे तक 50 फीसदी से ज्यादा मतदान हो चुका है, वहीं कई सेंटरों पर लंबी-लंबी लाइन नजर आ रही हैं। कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया और भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया ने वोट डालकर अपनी-अपनी जीत का दावा किया।
2 लाख 77 हजार से ज्यादा वोटर
झाबुआ विधानसभा में 2 लाख 77 हजार से ज्यादा वोटर हैं। मतदान के लिए 356 बूथ बनाए गए हैं। इनमें से 34 आलीराजपुर जिले में हैं। मतदान में 2 हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जबकि 1500 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। मुख्य मुकाबला कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया और भाजपा के भानु भूरिया के बीच है।
मतदान के लिए जाएं तो ये ध्यान रखें
मतदाता अपने साथ वोटर स्लिप जरूर लेकर जाएं। इसके अलावा एक पहचान पत्र भी साथ में लें। वोटर आईडी नहीं होने पर पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, राज्य या केंद्र सरकार के लोक उपक्रम या पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैंकों या डाकघरों द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, पैनकार्ड, एनपीआर के अंतर्गत आरजीआई द्वारा जारी किए गए स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के अंतर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, सांसदों व विधायकों या विधान परिषद सदस्यों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र और आधार कार्ड वैकल्पिक दस्तावेज के रूप में मान्य हैं। दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए व्हील चेयर या ट्राइसिकल की व्यवस्था रहेगी। उन्हें लाइन में भी नहीं लगना होगा।
पता करें, आपका वोट सही डला या नहीं
जब आप वोट डालने जाएंगे तो आपकी पर्ची से मतदाता सूची में नाम का मिलान का पहचान पत्र दिखाना होगा। फिर आपको एक पर्ची दी जाएगी। उस पर मतदाता संख्या होगी। कर्मचारी बाएं हाथ की उंगली पर स्याही से निशान लगाएगा। यहां से ईवीएम पर जाकर आपको अपने पसंद के प्रत्याशी के सामने वाला बटन दबाना है। एक बीप की आवाज आएगी, मतलब वोट डल गया। साथ अटैच वीवीपैट में 7 सेकंड के लिए पर्ची आएगी। इसमें बताया जाएगा कि आपने जिसे वोट दिया, उसे ही डला या नहीं।
चुनाव के फैक्ट्स
- 16वां चुनाव है झाबुआ विधानसभा में, पहली बार यहां उपचुनाव हो रहा है
- 15 चुनाव में से 10 बार कांग्रेस जीती
- 6 बार कांग्रेस के बापूसिंह डामोर विधायक रहे
- 69 साल के कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया पहली बार झाबुआ विधानसभा से मैदान में हैं
- 40 साल के भाजपा के भानू भूरिया 2008 में निर्दलीय लड़ चुके हैं, पार्टी से पहली बार
- 5 प्रत्याशी हैं मैदान में, बाकी तीनों निर्दलीय
- 7 करोड़ 51 लाख है कांतिलाल भूरिया और पत्नी कल्पना भूरिया की अचल संपत्ति
- 30 लाख है भानू भूरिया और पत्नी निर्मला की संपत्ति
- 21 सितंबर को लगी थी उपचुनाव की आचार संहिता
- 3 सभाएं मुख्यमंत्री कमलनाथ की हो चुकी है आचार संहिता के बाद
- 12 से ज्यादा मंत्री कांग्रेस के लिए प्रचार में लगे थे
- 7 दिन बिताए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रचार में
पोलिंग के फैक्ट्स
- 356 बूथ विधानसभा क्षेत्र में
- 2 लाख 77 हजार 599 मतदाता
- 1 लाख 39 हजार 330 पुरुष मतदाता
- 1 लाख 38 हजार 266 महिला मतदाता
- 4 कंपनी सीआईएसएफ की तैनात हैं
- 600 पुलिसकर्मी बाहर से बुलवाए
भाजपा सांसद डामोर के इस्तीफे के बाद उपचुनाव
2018 में विधायक बने गुमानसिंह डामोर के इस्तीफे के बाद झाबुआ में पहली बार उपचुनाव हो रहे हैं। इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में डामोर ने सांसद बनने के बाद विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया था। विधानसभा चुनाव में डामोर ने कांतिलाल भूरिया के बेटे को पराजित किया था, जबकि लोकसभा चुनाव में खुद कांतिलाल भूरिया डामोर से बड़े अंतर से पराजित हो गए थे।