मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा धर्म के नाम पर वोटमांगने की कांग्रेस ने की चुनाव आयोग को शिकायत

आचार संहिता के उल्लंघन का प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करने की मांग

भोपाल – देश में लोकसभा चुनाव 2024 के परिप्रेक्ष्य में आदर्श आचार संहिता प्रभावशील है। तीसरे चरण का चुनाव प्रचार की समाप्ति 5 मई के अंतिम दिन मध्यप्रदेश शासन के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा लोकसभा क्षेत्र राजगढ़ के राघोगढ़ं में रोड़ शो का आयोजन किया गया, लोकसभा क्षेत्र में उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान करने हेतु भगवान राम की फोटों के साथ आम जनता को यह कहा कि यह चुनाव श्रीराम विरोधियों को सबक सिखाने का है। कांग्रेस पार्टी 70 सालों तक श्रीराम मंदिर के निर्माण में अडंगे लगाती रही। ये सनातन धर्म और सनातन संस्कृति की विरोधी है। इस बार का चुनाव भाजपा और कांग्रेस का चुनाव नहीं है बल्कि इन राम विरोधियों और सनातन धर्म के बीच का चुनाव है। इस चुनाव में इन राम विरोधियों को सबक सिखाना है। भगवान श्रीराम के उस कालखंड को याद करें तो देखने में आता है कि भगवान ने भी कई परेशानियां उठाई लेकिन भगवान की चिंताओं को दूर करने के लिए श्री हनुमान जी आए थे। अब देश की सुरक्षा और सनातन धर्म को बचाने के लिए श्री हनुमान भक्त प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी आए हैं। उन्होंने अयोध्या में भगवान श्रीराम को टेंट से निकालकर गर्भगृह में प्राण-प्रतिष्ठा की है। अब भगवान श्रीराम अपने गर्भगृह में मुस्कुरा रहे है । कांग्रेस ने हमेशा से श्रीराम के मंदिर में अडंगे लगाए अब इनको सबक सिखाने का समय आ गया है।
प्रदेश कांग्रेस के चुनाव आयोग कार्य प्रभारी जे.पी. धनोपिया ने चुनाव आयोग को शिकायत प्रेषित करते हुऐ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा धर्म के नाम पर वोट मांगना जो कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है, इसलिए उनके विरूद्ध विधिवत रूप से उचित कार्यवाही करते हुए प्रकरण दर्ज करने की कृपा करे जिससे कि राजनीति में धर्म का प्रयोग कर जनता को गुमराह न किया जा सके और ना ही लोकसभा चुनाव के मतदान को प्रभावित किया जा सके। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन पर कार्यवाही कर प्रकरण दर्ज करने की मांग चुनाव आयोग से की है।