सीहोर में उप वन संरक्षक की चुनाव को प्रभावितकरने की कोशिश की

कांग्रेस ने चुनाव आयोग में दर्ज कराई शिकायत

भोपाल – लोकसभा चुनाव 2024 के परिप्रेक्ष्य में देश भर में आदर्श आचार संहिता प्रभावशील है विदिशा लोकसभा क्षेत्र के अन्तर्गत जिला सीहोर में उप वन संरक्षक, उपवन मंडलाधिकारी सीहोर श्री राजेश शर्मा जो कि सीहोर के मूल निवासी है तथा विगत 8-10 वर्षों से सीहोर जिले में पदस्थ होकर ग्रामीण वनाचंलों के निर्धन, आदिवासी वर्ग के व्यक्तियों को प्रलोभन देने एवं बात न मानने पर जमीन से बेदखली करने की धमकी देते है तथा एक विशेष पार्टी भाजपा के लिए वोट देने के लिए दबाव बनाते है, जो कि सीधे सीधे आदर्श आचार संहिता का खुला उललंघन है। प्रदेश कांग्रेस के चुनाव कार्य प्रभारी जे.पी. धनोपिया ने निर्वाचन आयोग को शिकायत सौंपकर सीहोर में पदस्थ उप वनसंरक्षक, उपवन मंडलाधिकारी श्री राजेश शर्मा जिन्हें कि एक ही स्थान पर 8-10 वर्ष हो गए है के विरूद्ध तत्काल प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जावे।
वहीं एक अन्य शिकायत में श्री धनोपिया ने 3 वर्षों से अधिक से लोकसभा क्षेत्र सतना में पदस्थ वित्त सेवा के लेखा अधिकारी भूपेन्द्र देव परमार द्वारा चुनाव आचार संहिता का खुलकर उल्लंघन करने के विरूद्व चुनाव आयोग से शिकायत कर उन्हें अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की है। उक्त संबंध में कहा है कि लोकसभा क्षेत्र सतना में 3 वर्ष से अधिक समय से पदस्थ नगर पालिक निगम सतना में प्रति नियुक्ति पर वित्त सेवा के लेखा अधिकारी तथा मुख्य वित्तीय अधिकारी स्मार्ट सिटी तसना का अतिरिक्त प्रभार श्री भूपेन्द्र देव परमार जो कि खुले रूप से भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में कार्य कर रहे है जिन पर भारी अनियमितताओं के चलते इओडब्ल्यू लोकायुक्त की जांच के आदेश हो जाने के बावजूद भी वे सतना में पदस्थ है, परमार द्वारा नगर पालिक निगम सतना के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गल नाला निर्माण में कार्य में एसओआर आईटम बनाकर दर में वृद्धि कर लगभग 11.04 करोड़ का भ्रष्टाचार किया गया था, तत्कालीन वित्तवाणिज्यक कर मंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा भी इनके विरूद्ध जांच संबंधी पत्र प्रेषित किया गया था लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।
धनोपिया ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वित्त सेवा के लेखा अधिकारी तथा मुख्य वित्तीय अधिकारी स्मार्ट सिटी सतना श्री भूपेन्द्र देव परमार के विरूद्व भारी भ्रष्टाचार एवं अनियमितताआंें के चलते लोकायुक्त की जांच भी चल रही है तथा वे खुलकर भाजपा के पक्ष में कार्य कर रहे है, इनके पदस्थ रहते निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव होना संभव नहीं है इसलिए इन्हें तत्काल अन्यत्र स्थानांतरित किया जावे।