झाबुआ उपचुनावः कांतिलाल भूरिया से BJP प्रत्याशी ने लिया जीत का आशीर्वाद

मध्य प्रदेश के झाबुआ में 21 अक्टूबर को विधानसभा का उपचुनाव होना है. चुनाव की अधिसूचना के साथ ही इस सीट के लिए कांग्रेस और भाजपा के बीच एक-दूसरे को निशाने पर रखने की कवायद शुरू हो गई थी. चुनाव प्रचार के दौरान राज्य और देश की बात आगे बढ़कर पाकिस्तान तक भी जा पहुंची. लेकिन सियासती उठा-पटक की इन खबरों के बीच झाबुआ के चुनावी मैदान से एक खूबसूरत तस्वीर भी सामने आई है, जिस पर गौर करना लाजिमी है. यह तस्वीर कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया और भाजपा के उम्मीदवार भानू भूरिया के मुलाकात की है.

देखते ही छू लिए पैर
बीजेपी प्रत्याशी भानू भूरिया और कांग्रेस के उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया की मुलाकात जनसंपर्क अभियान के दौरान झाबुआ के राणापुर हाट बाजार में हुई. भानू भूरिया ने जैसे ही दिग्गज राजनीतिज्ञ कांतिलाल को देखा, तत्काल उनके पैर छू लिए और ‘आशीर्वाद’ मांगा. कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया ने भी अपने प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी गले लगाकर आशीर्वाद दिया. झाबुआ उपचुनाव की सरगर्मियों की बीच ये तस्वीर राजनीति के शिष्टाचार और शुचिता की मिसाल पेश करने वाली रही.

सोशल मीडिया पर निकले मायने
झाबुआ उपचुनाव के दोनों प्रत्याशियों की मुलाकात यूं तो सामान्य शिष्टाचार जैसी ही थी, लेकिन इसके सियासी मायने भी निकाले जाने लगे हैं. इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर भी दोनों दलों के समर्थक शेयर कर रहे हैं. मतदाताओं की ओर से जहां दोनों उम्मीदवारों को शुभकामना दी जा रही है, वहीं भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया ने जिस कैप्शन के साथ तस्वीर शेयर की, उसके कई अर्थ निकाले जा रहे हैं. भानू ने सोशल मीडिया पर तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “काका श्री से आशीर्वाद प्राप्त विजयी भव!”

प्रचार का अंतिम सप्ताह
झाबुआ उपचुनाव के लिए 21 अक्टूबर को मतदान होना है. अब चुनाव प्रचार के लिए सिर्फ एक ही हफ्ता शेष है. ऐसे में दोनों पार्टियों के दिग्गज मैदान में डटे हुए हैं. कांग्रेस की ओर से जहां 9 मंत्री मोर्चा संभाले हैं, वहीं बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, नंदकुमार सिंह चौहान, सांसद गुमान सिंह डामोर समेत कई नेताओं को तैनात कर रखा है. चुनावी संग्राम ज्यों-ज्यों करीब आ रहा है, दोनों दलों की रस्साकशी तेज होती जा रही है. रविवार को बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय आ रहे हैं. वे यहां भानू भूरिया के समर्थन में रोड शो और सभा करेंगे. 14 अक्टूबर से शिवराज सिंह चौहान की भी इंट्री हो रही है. प्रदेश के पूर्व सीएम यहां आने के बाद चुनाव प्रचार खत्म होने तक डटे रहेंगे. दरअसल, बीजेपी का मानना है कि आदिवासी बहुल झाबुआ में शिवराज की लोकप्रियता आज भी बरकरार है. इसलिए उन्हें चुनाव के अंतिम चरण तक रहने को कहा गया है.

कांग्रेस भी लगा रही दम-खम
कांग्रेस की ओर से उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी, ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल, आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार मरकाम, जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा, नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह, गृह मंत्री बाला बच्चन समेत कई स्थानीय नेता कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में वोट मांग रहे हैं. ये सभी नेता झाबुआ विधानसभा क्षेत्र में खाटला बैठकें और छोटी-छोटी सभाएं कर रहे हैं. कांतिलाल भूरिया के पक्ष में ज्यादा से ज्यादा वोट जुटाने के लिए कांग्रेस कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है. बहरहाल, दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर का अंतिम परिणाम 24 अक्टूबर को आएगा, इसके बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी.