राजस्थान : लोकसभा उपचुनाव भाजपा के लिए कड़ी चुनौती, दोनों ही सीटों पर कांग्रेस मजबूत

जयपुर। गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करवा चुकी भाजपा को अब राजस्थान में बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। राजस्थान में जनवरी के अंत में होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा अभी तक प्रत्याशी के नाम तय नहीं कर सकी है। अलवर व अजमेर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। प्रत्याशी घोषित करने के मामले में कांग्रेस ने अलवर से पूर्व सांसद डा. करण सिंह यादव को प्रत्याशी घोषित कर दिया है, लेकिन दो दिन जयपुर में चली मैराथन बैठक के बाद भी भाजपा किसी भी सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं खोज सकी है।

दरअसल अलवर व अजमेर दोनों ही लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के वरिष्ठ कद्दावर नेता माने जाने वाले जितेन्द्र सिंह और सचिन पायलट का प्रभाव है। इसलिए कांग्रेस इसी आधार पर दोनों सीट जीतने का दावा कर रही हैं, जबकि भाजपा के सामने मुश्किल यह है कि दोनों ही सीटों पर उसके पास कोई प्रभावशाली वाला नाम नहीं है। हालांकि पायलट के अजमेर से चुनाव लड़ने से इंकार करने के बाद भाजपा को राहत जरुर मिली है लेकिन राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद से भाजपा के लिए परेशानी के हालात हैं।

कहा जा रहा है कि राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अधिकांश सदस्य आरएसएस और अखिल विद्यार्थी परिषद् के सदस्य रह चुके हैं। अलवर से भाजपा प्रवक्ता और पूव केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन की पत्नी रेणु को भी टिकट मिलने की अटकले लगाई जा रही हैं। इसके अलावा सीएम वसुंधरा राजे के करीबी रहे किसान महापंचायत के अध्यक्ष रामपाल जाट भी अलवर सीट पर अपना उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर चुके हैं। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अभी भाजपा के प्रत्याशियों की घोषणा के इंतजार में है। इसके बाद ही वे आगे की रणनीति तय करेगी।