अयोध्या में योगी सरकार के दीपोत्सव पर कांग्रेस ने कहा : लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है

अयोध्या में योगी सरकार के तीसरे भव्य दीपोत्सव की तैयारी पर कांग्रेस (Congress) नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ये सब किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था ध्वस्त है और रोजगार भी नहीं है, लेकिन दीपोत्सव मनाना है. उन्होंने सवाल किया कि कैसे लोग गरीबी में दीपोत्सव मनाएं?

अयोध्या में समाजवादी पार्टी की तरफ से भी दीपोत्सव मनाने की बात सामने आने पर प्रमोद तिवारी ने कहा यह आस्था का विषय है. इस पर मैं क्या टिप्पणी करूं. इस पर सपा के लोग ही बेहतर टिप्पणी कर सकते हैं. दूसरे दल क्या कहें.

काशी विश्वनाथ कॉरीडोर पर भी सवाल उठाये

इस दौरान प्रमोद तिवारी ने काशी विश्वनाथ कॉरीडोर पर भी सवाल उठाये. उन्होंने कहा कि कॉरिडोर के नाम पर विध्वंस किया जा रहा है. सदियों पुरानी मंदिर तोड़ी गई, जिससे लोग आहत हैं. विकास के नाम पर विध्वंस किया जा रहा है. यूपी में गठबंधन के सवाल पर प्रमोद तिवारी ने कहा कि सपा का ये व्यक्तिगत निर्णय है कि वो किसके साथ गठबंधन करती है. कांग्रेस पार्टी प्रियंका के नेतृत्व में यूपी में मजबूत हो रही है.

26 अक्टूबर को मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट अयोध्या के दीपोत्सव में होगी शामिल

दरअसल, दिवाली से एक दिन पहले 26 अक्टूबर को सूबे की योगी सरकार अपना तीसरा दीपोत्सव रामनगरी अयोध्या में मनाने जा रही है. इसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस बार अयोध्या में पांच लाख 51 हजार दीप जलाए जाएंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी कैबिनेट इस दीपोत्सव की साक्षी बनेगी. मुख्यमंत्री खुद तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. इतना ही नहीं वे इसके लिए अयोध्या भी जा रहे हैं.

सरकार ने दीपोत्सव को दिया है राज्य मेले का दर्जा

इतना ही नहीं मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में सरकारने अयोध्या के दीपोत्सव को राज्य मेले का भी दर्जा दे दिया. लिहाजा इस दीपोत्सव में आने वाले सभी खर्च को सरकार ही वहन करेगी. इतना ही नहीं मेले में शामिल झांकियों सहित हर कार्यक्रम का ऑडिट कराने की बात भी कही गई है.