आधार कार्ड या जबरदस्ती : योगी सरकार का फरमान अब UP बोर्ड परीक्षा में आधार कार्ड नहीं लाने वालों को ‘नो एंट्री’,

देश में हर जगह आधार कार्ड अनिवार्य कर देने से लोगो को बहुत परेशानी होने लगी है. किसी को राशन नहीं मिल रहा तो किसी को एग्जाम में एंट्री नहीं मिल रही है. यूपी में ऐसे लोग भी है जिनके लिए राशन मिलना बहुत जरुरी है क्योकि उनका पेट उसी राशन से भरता है जो उन्हें सरकार द्वारा जारी राशन कार्ड से मिलता है, पर अब उसमे भी बीजेपी ने आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है, इस वजह से कुछ को भूका ही सोना पढ़ रहा है.
अब उन लोगो को ये आधार कार्ड अपनी पहचान कम और जबरदस्ती थोपी गयी योजना ज्यादा लग रहा है.

योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा के लिए नया फरमान जारी किया है. अब आधार कार्ड के बिना आप उत्तर प्रदेश बोर्ड एग्जाम में भी नहीं बैठ पाएंगे. उत्तर प्रदेश मध्यमिक शिक्षा परिषद् ने हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए आधार अनिवार्य कर दिया है.
परीक्षाएं 6 फरवरी से शुरू होंगी. अडिशनल चीफ सेक्रेटरी संजय अग्रवाल ने मंगलवार को जिला स्कूल निरीक्षकों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए निर्देश दिया कि जो छात्र बिना आधार के आएंगे, उन्हें परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा. अगर किसी छात्र के पास आधार नहीं है तो स्कूल प्रिंसिपल उसके लिए जिम्मेदार होगा.
now aadhar card is compulsory for taking entry in board exams
इससे पहले यूपी बोर्ड में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं देने वाले छात्रों का रजिस्ट्रेशन करने के लिए आधार को अनिवार्य किया गया था. हालांकि जिन छात्रों ने आधार डिटेल नहीं दी थी, उन्हें परीक्षा देने से वंचित नहीं किया गया था. बाद में नेपाल के छात्रों को आधार डिटेल देने से छूट दे दी गई.

रिपोर्ट्स के मुताबिक बोर्ड एग्जाम में आधार कार्ड फर्जी नामांकन और उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर नकल पर लगाम लगाएगा. वैध आधार संख्या होने से बोर्ड परीक्षा में नकली रजिस्ट्रेशन या किसी और की जगह एग्जाम देने जैसी घटनाओं की लिए कोई गुंजाइश नहीं बचेगी.

इस बार यूपी में 37,12,508 स्टूडेंट्स हायर सेकंड्री की परीक्षा देंगे, जबकि 30,17,032 छात्र 12वीं की परीक्षाएं देंगे. बताते चलें कि जेईई और NEET और अन्य परीक्षाओं के रजिस्ट्रेशन के लिए भी आधार को अनिवार्य कर दिया गया है.