पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के बड़े नेता यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी लागू करते समय दिमाग ही नहीं लगाया और जीएसटी का कबाड़ा कर दिया.
उन्होंने कहा कि, “मौजूदा वित्त मंत्री ने अपना दिमाग नहीं लगाया, यदि ऐसा हुआ होता तो टैक्स ढांचे में जल्दी-जल्दी बदलाव नहीं करना पड़ता. इसका मतलब है कि सिस्टम काम नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि इसमें बड़ा बदलाव करना होगा इसलिए वित मंत्री को बदलना चाहिए.” सिन्हा ने पीएम मोदी को यह सुझाव दिया कि पूर्व वित्त सचिव विजय केलकर की अध्यक्षता में एक समिति का गठन करें जो जीएसटी को प्रभावी बनाने के लिए अनुशंसा करे.
GST देश के औद्योगिक विकास को तगड़ा झटका लगा है और उसकी तरक्की की रफ्तार पिछले साल के मुकाबले आधे से भी कम रह गई है. शुक्रवार को जारी औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में इस क्षेत्र के विकास की दर यानी आईआईपी महज 3.8 फीसदी रही है, जो कि अगस्त के 4.3 फीसदी के मुकाबले आधा फीसदी कम है. लेकिन साल दर साल आधार पर अप्रैल-सितंबर छमाही में ये पिछले साल के 5.8 फीसदी से घटकर महज 2.5 फीसदी रह गई है.
इतना ही नहीं आईआईपी में कुल 77.63 फीसदी हिस्सेदारी वाले मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ भी सितंबर में महज 3.4 फीसदी रह गई, जो कि पिछले साल 5.8 फीसदी थी. इससे भी ज्यादा ध्यना देने वाली बात यह है कि इस सेक्टर की ग्रोथ पिछले साल के अप्रैल-सितंबर छमाही के मुकाबले इस साल महज 1.9 फीसदी ही रह गई है.
इसी तरह महीने दर महीने आधार पर सितंबर में उपभोक्ता सामान की यानी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की विकास दर 1.6 फीसदी से घटकर -4.8 फीसदी हो गई है.