हार्दिक पटेल की प्रेस कांफ्रेंस के तुरंत बाद एक के बाद एक बयान गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने दिए. ये बयान नितिन पटेल की घबराहट की साफ झलक थी. हार्दिक ने अभी हाल ही में हुई प्रेस कांफ्रेंस में ऐलान किया कि कांग्रेस ने आरक्षण का एक फॉर्मूला दिया है, जिस पर संविधान के भीतर अमल किया जा सकता है. कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र में भी इसे जगह देने का वादा किया है.
ये वो बयान है जो हार्दिक पटेल की प्रेस कांफ्रेंस के ठीक बाद गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने दिए थे.
‘तुम खुद को क्या समझते हो? तुम्हारी हैसियत क्या है, तुम खत्म हो जाओगे. तुम मूर्ख हो. तुम पाटीदारों को धोखा दे रहे हो, वो तुम्हें खत्म कर देंगे. मैंने पचास साल के अपने राजनीतिक जीवन में तुम जैसे कइयों को आते-जाते देखा है.’
‘मूर्खों ने एक फॉर्मूला दिया और मूर्खों ने उसे मान लिया. सुप्रीम कोर्ट के शीर्ष वकीलों का कहना है कि आरक्षण नहीं दिया जा सकता. तुम सिर्फ ग्रेजुएट हो. मुझे यह नहीं पता कि तुमने परीक्षा पास की है या नहीं.’
‘हमने कई चीजें दी हैं, 500 मामले वापस लिए, गैर-आरक्षित समुदायों के लिए आयोग का गठन किया, पुलिस अत्याचार की जांच के लिए एक समिति गठित की.’
‘तुम्हारे द्वारा अपमान और हमारे कार्यालयों में तोड़फोड़ो के बावजूद हम तुमसे अपील कर रहे हैं. यह मत सोचो कि हम जवाब नहीं दे सकते. इसलिए कि हम पद पर हैं, हमें मर्यादा बनाए रखनी है.’
बीजेपी के पास अब घबराने की कई वजहें हैं. पाटीदारों के दो सामाजिक संगठनों- खोदालधाम ट्रस्ट और उमैयाधाम ट्रस्ट- ने कहा है कि पटेलों को आरक्षण मिलना चाहिए. दोनों संगठनों ने हार्दिक पटेल के आरक्षण आंदोलन को सही ठहराया है. इन संगठनों का पाटीदारों के दोनों हिस्सों- कडुआ और लेउवा- पर खासा प्रभाव है.
हार्दिक के दो खास साथी बीजेपी में जा चुके हैं, जबकि हाल ही में कथित रूप से हार्दिक की तीन सेक्स सीडी सार्वजनिक हुई है. लेकिन हार्दिक के समर्थकों पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है. वास्तव में इन वीडियो के बाद उनकी रैलियों में भीड़ और बढ़ गई है.
हार्दिक अपनी रैलियों में जो मुद्दे उठाते हैं, लोग तुरंत उनसे खुद को जुड़ा महसूस करते हैं, खासकर गुजरात के ग्रामीण और अर्ध शहरी इलाकों के पाटीदार उनसे जुड़ाव महसूस करते हैं.