आज राहुल गांधी ने केरल में ओखी चक्रवात प्रभावित इलाकों का किया दौरा और पीड़ित परिवारों से की मुलाकात

कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने दक्षिणी केरल में चक्रवात ओखी से प्रभावित कुछ स्थानों का गुरुवार (14 दिसंबर) को दौरा किया और इस प्रकार की त्रासदियों को बार-बार होने से रोकने के लिए बेहतर चेतावनी प्रणाली की आवश्यकता पर बल दिया.

केरल और पड़ोसी राज्य तमिलनाडु में 30 नवंबर को आए इस चक्रवात के कारण 66 लोगों की मौत हुई थी जिनमें से अधिकतर मछुआरे हैं. न्यूज़ एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, चक्रवात में मारे गए मछुआरों के परिवारों से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकारों को प्राकृतिक आपदा से सीख लेने की आवश्यकता है, जिसके कारण 95 मछुआरे लापता भी हो गए हैं.
Today Rahul Gandhi visited the affected areas of the Khoka in Kerala and met with afflicted families
उन्होंने तिरूवनंतपुरम के निकट पून्थुरा में प्रभावित परिवारों से बात करते हुए कहा, जब कोई त्रासदी होती है, तो हर किसी को उससे सीख लेनी चाहिए और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए. हमारे पास समुद्र में जाने वाले मछुआरों के लिए बेहतर चेतावनी प्रणाली होनी चाहिए.

कांग्रेस नेता ने कहा कि मछुआरों की स्थिति किसानों से मिलती जुलती है. उन्होंने कहा, वे दोनों मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. स्थानीय लातिन कैथोलिक चर्च की मांग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि केंद्र में मछुआरों के लिए अलग मंत्रालय का गठन किया जाए.

साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि, किसानों के पास एक मंत्रालय है जो उनके हितों को देखता है और मेरा मानना है कि अब समय आ गया है कि हम मछुआरों के लिए भी एक मंत्रालय का गठन करें जो उनके हितों को देखे और उन हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करे.