सूदखोरों से तंग सेल्समैन ने पीया जहर, मौत

सूदखोरों की धमकी से तंग घर-घर जाकर चाय बेचने वाले सेल्समैन ने जहर खा लिया। सात दिन बाद तड़प-तड़प कर उसकी मौत हो गई। मरने के पहले उसने पुलिस को 11 लोगों के नाम बताए। पुलिस ने इसे ही आधार मानकर सभी 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इनमें से 5 को गुरुवार को गिरफ्तार भी कर लिया है। मृतक के परिवार ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने वसूली के लिए घर तक बिकवा दिया।

बाणगंगा थाना टीआई राजेन्द्र सोनी के मुताबिक गणेश पुत्र रूपचंद्र कुमावत निवासी कुशवाह नगर की मौत के मामले में पुलिस ने गुड्डु पहलवान, शैलेन्द्र उर्फ नाती चौधरी पुत्र नायक, राजेश, गौरव महेश्वरी, गोलू तिवारी पुत्र ज्योति प्रसाद निवासी यादव नंद नगर, आशु, गोलू जाट, नीतेश पुत्र कालू राम जायसवाल निवासी 151 भगतसिंह नगर, संतोष, जीतू बाबा और भानू के खिलाफ सूदखोरी ओर आत्महत्या के लिये प्रेरित करने के मामले में केस दर्ज किया है।

पुलिस के मुताबिक सभी आरोपियों से गणेश ने रुपए उधार लिये थे। उक्त उधारी के रुपये के साथ ब्याज वसूलने के लिये आए दिन घर आकर व मोबाइल फोन पर डराते व धमकाते थे। वे सभी जान से मारने की धमकी देते थे। आरोपी 10 प्रतिशत ब्याज मांगते। जिसके कारण गणेश ने जहरीली दवा पी ली थी।

गणेश की पत्नी पूजा ने बताया कि वह मूल रूप से डबल चौकी के रहने वाले हैं। कई सालों से इंदौर में रहकर काम कर रहे थे। करीब आठ साल पहले गणेश सिलाई का काम करते थे। एक 10 साल की बच्ची भी है। इस बीच गणेश का एक्सीडेंट हो गया। इससे परिवार पर आर्थिक संकट आ गया। इसके बाद गणेश ने घर-घर चाय बेचने का काम शुरू किया। लेकिन घर की जरुरतों को पूरा करने के लिए तब गणेश ने 10 प्रतिशत पर ब्याज लिया। उसे चुकाने के लिए दूसरे से पैसा लिया। इस तरह हम कर्ज में डूबते गए। लेकिन सूदखोर हम पर लगातार दबाव बनाकर वसूली करने आते थे। इसके चलते हमें हमारा पुश्तैनी मकान बेचना पड़ा। लेकिन इस बीच लॉकडाउन आया और हमारी हालत और ज्यादा खराब हो गई। लॉकडाउन के बाद फिर से गणेश को कर्ज लेना पड़ा और वह कर्ज के जाल में उलझते गए।