बच्चों के खातों में राशि डालने के प्रस्ताव को भी सरकार ने किया खारिज: रवि वर्मा

भोपाल. प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता रवि वर्मा ने प्रदेश की शिवराज सरकार में हर स्तर पर हो रहे व्यापक भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं पर आरोप लगाया है कि प्रदेश का स्कूली शिक्षा विभाग स्कूली बच्चों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। जहां एक ओर भोपाल में 85 हजार स्कूली बच्चों को दो वर्ष बीत जाने के बाद भी डेªस नहीं मिली और न ही सरकार की नीति अनुरूप उनके खाते में 600 रू. राशि डाली गई।
श्री वर्मा ने बताया कि पूरा सत्र बीतने को आ रहा है मप्र के सीएम राइज स्कूल सहित प्रदेश के लगभग 66 लाख स्कूली विद्यार्थियों को राज्य सरकार स्कूल यूनिफॉर्म उपलब्ध नहीं करा सकी है। यही नहीं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा वितरित की जाने वाली यूनिफार्म में बरती गई लापरवाही को देखते हुए भोपाल सहित एक दर्जन से अधिक जिलों ने राज्य शिक्षा केंद्र को प्रस्ताव भेजकर ड्रेस की राशि बच्चों के खातों में डालने की मांग की थी, वह भी अधर में है।
श्री वर्मा ने बाताया कि सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से 8 वीं तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क दो जोड़ी ड्रेस दी जाती है। पहले ड्रेस की राशि विद्यार्थियों के खातों में डाली जाती थी, बाद में बच्चों को सिली हुई यूनिफॉर्म देने की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई। वर्ष 2018-19 में यूनिफॉर्म बनाने का काम पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से स्व-सहायता समूहों को दिया गया। इन समूहों द्वारा तैयार ड्रेस की क्वालिटी खराब होने के कारण सरकार ने इस व्यवस्था को भी बंद कर दिया।
श्री वर्मा ने कहा कि वहीं सीएम राइज स्कूल के विद्यार्थियों को भी अब तक नकद राशि ड्रेस वितरण के लिए राज्य शिक्षा केंद्र से नहीं मिली है। वहीं सीएम राइज स्कूलों में विद्यार्थियों को दो जोड़ी ड्रेस के लिए 600 रुपए की राशि उनके खातों में दी जानी है, जो उन्हें अब तक नहीं मिली।
श्री वर्मा ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूली बच्चों की ड्रेस की राशि भी प्रदेश सरकार ने इवेंट, आयोजनों मंे खर्च कर दी इसलिए ड्रेस वितरण में देरी हो रही है? सरकार स्कूली बच्चांे के साथ लगातार छलावा कर रही है।