GST पर उठ रहे सवालों से बीजेपी खुद परेशान हो चुकी थी क्योकि उनके पास कोई जवाब नहीं था. अब जाकर GST में बदलाव किये है, पर बदलाव को समझने में बहुत समय लगा दिया. इस पर चिदम्बरम ने बीजेपी पर कटाक्ष किया है.
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए सरकार की बुद्धिमानी और कॉमन सेंस का मजाक उड़ाया है. उन्होंने जीएसटी दरों में बदलाव को लेकर मोदी सरकार और वित्त मंत्रालय पर कटाक्ष किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सरकार का कॉमन सेंस जागने में 4 महीने 10 दिन का वक्त लग गया.
4 months and 10 days is the time taken for commonsense to germinate, flower and ripen into a fruit.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 11, 2017
उन्होंने तंज करते हुए लिखा है कि वित्त मंत्रालय की इस बात के लिए तारीफ होनी चाहिए कि उसने देश की मैक्रो इकॉनॉमिक हालत यानी वृहद आर्थिक हालत समझने और सुधारने में 4 महीने और 10 दिन का समय लगाया.
Ministry of Finance must be complimented for 'improving' macro-economic situation in 4 months and 10 days!
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 11, 2017
इससे पहले कल देर रात कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर कटाक्ष किया. उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर लिखा, “शुक्रिया गुजरात. जो काम संसद और कॉमन सेंस से नहीं हो सका वो वहां होने वाले चुनावों ने करा लिया.”
Thank you Gujarat. Your elections did what Parliament and common sense could not do.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 10, 2017
चिदंबरम ने लिखा, “कांग्रेस निर्दोष है. मेरा कोई दोष नहीं. आखिरकार 18% जीएसटी रेट को मान लिया गया है. अगर सरकार कई चीजों पर 28% से घटाकर 18% टैक्स कर रही है तो साफ है कि उसने देर से ही सही लेकिन सबक तो ले लिया. सरकार जीएसटी बिल पर राज्यसभा में डिबेट और वोटिंग पर बचती रही. लेकिन अब वे पब्लिक डोमेन में बहस से नहीं बच सकते. कांग्रेस शासित राज्यों के फाइनेंस मिनिस्टर्स ने जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में टैक्स स्लैब में बदलाव की बात रखी. आगरा, सूरत, तिरुपुर और दूसरे बिजनेस हब इस बात को देख रहे हैं. कांग्रेस पार्टी का अगला मकसद एक टैक्स रेट करना रहेगा.