जो कॉमन सेंस और संसद से नहीं हुआ वो गुजरात चुनाओ ने करा दिया मोदी सरकार से: चिदंबरम

GST पर उठ रहे सवालों से बीजेपी खुद परेशान हो चुकी थी क्योकि उनके पास कोई जवाब नहीं था. अब जाकर GST में बदलाव किये है, पर बदलाव को समझने में बहुत समय लगा दिया. इस पर चिदम्बरम ने बीजेपी पर कटाक्ष किया है.
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए सरकार की बुद्धिमानी और कॉमन सेंस का मजाक उड़ाया है. उन्होंने जीएसटी दरों में बदलाव को लेकर मोदी सरकार और वित्त मंत्रालय पर कटाक्ष किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सरकार का कॉमन सेंस जागने में 4 महीने 10 दिन का वक्त लग गया.


उन्होंने तंज करते हुए लिखा है कि वित्त मंत्रालय की इस बात के लिए तारीफ होनी चाहिए कि उसने देश की मैक्रो इकॉनॉमिक हालत यानी वृहद आर्थिक हालत समझने और सुधारने में 4 महीने और 10 दिन का समय लगाया.


इससे पहले कल देर रात कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर कटाक्ष किया. उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर लिखा, “शुक्रिया गुजरात. जो काम संसद और कॉमन सेंस से नहीं हो सका वो वहां होने वाले चुनावों ने करा लिया.”


चिदंबरम ने लिखा, “कांग्रेस निर्दोष है. मेरा कोई दोष नहीं. आखिरकार 18% जीएसटी रेट को मान लिया गया है. अगर सरकार कई चीजों पर 28% से घटाकर 18% टैक्स कर रही है तो साफ है कि उसने देर से ही सही लेकिन सबक तो ले लिया. सरकार जीएसटी बिल पर राज्यसभा में डिबेट और वोटिंग पर बचती रही. लेकिन अब वे पब्लिक डोमेन में बहस से नहीं बच सकते. कांग्रेस शासित राज्यों के फाइनेंस मिनिस्टर्स ने जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में टैक्स स्लैब में बदलाव की बात रखी. आगरा, सूरत, तिरुपुर और दूसरे बिजनेस हब इस बात को देख रहे हैं. कांग्रेस पार्टी का अगला मकसद एक टैक्स रेट करना रहेगा.