शिवराज की नई मुसीबत : BJP सरकार के खिलाफ हुए बस संचालक, बसें देने से किया इनकार

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले सवर्ण व ओबीसी वर्ग का विरोध भाजपा के लिए बड़ी चिंता बन गया है, इस आंदोलन के बीच सतना में भाजपा ओबीसी वर्ग का बड़ा सम्मेलन कर रही है, लेकिन स्थानीय बस ऑपरेर्ट्स ने इसके लिए बसें देने से इनकार कर दिया है। इतना ही नहीं बस ऑपरेटर्स ने आरोप लगाया है कि किसी एक वर्ग के लिए सम्मेलन करना सही नहीं है।

बस ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलेश गौतम ने यहां तक कहा कि यदि कार्यक्रम जनता का होता तो हम बसें जरूर देते। इस बीच सतना सांसद व भाजपा के वरिष्ठ नेता गणेश सिंह पटेल ने साफ कर दिया है कि एक सप्ताह पहले एक बार कार्यक्रम टल चुका है, लेकिन अबकी बार यह जरूर होगा। यह सम्मान की बात हो गई है। लोग पैदल, मोटर साइकिल, ट्रेन या ट्रैक्टर से आएं, कार्यक्रम जरूर होगा।

बताया जा रहा है कि बस ऑपरेटर्स से 400 बसें मांगी गई हैं। सतना में भाजपा नेता सुरेंद्र गहरवार व जुगल किशोर बागरी के बेटे बसों का संचालन करते हैं। इसके लिए शिवा चतुर्वेदी की भी बसें हैं। ये सभी भाजपा नेता बस ऑनर्स एसोसिएशन समिति के साथ हैं।

समिति ने तय किया है कि 18 सितंबर को सम्मेलन है, इसलिए 17 को बसों का संचालन बंद रखा जाएगा ताकि बसों का अधिग्रहण न हो सके। इधर, बस ऑपरेटर्स के विरोध की जानकारी भाजपा प्रदेश संगठन तक पहुंच गई है। यहां से भी क्राइसिस कंट्रोल करने की कोशिशें की जा रही हैं।

बसें ले लेते हैं, लेकिन पैसे ही नहीं देते
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रशासन बसों का अधिग्रहण तो कर लेता है, लेकिन पूरा पैसा नहीं देता। मई 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमरकंटक में कार्यक्रम के दौरान भी बसें ली गई थीं, लेकिन पूरा पैसा नहीं मिला। पेट्रोल-डीजल के रेट भी बढ़ गए हैं। रोड की हालत खराब है। एक घंटे के सफर में तीन घंटे लग रहे हैं। ऊपर से भाजपा एक वर्ग का सम्मेलन कर रही है, जो गलत है।