नकली कीटनाशक बनाने वालों के खिलाफ शिकायत के बाद भी प्रशासन ने नहीं की कार्रवाई, करेंगे आंदोलन

क्षेत्र में पहले जहां नकली कीटनाशक के चलते सोयाबीन, मक्का, तुवर दाल आदि की फसल खराब हुई वहीं अब लगातार बारिश होने से खेतों में पानी भरने से फसलें खराब हो गई है।

किसानों ने फसल बीमा भुगतान कर नुकसान की भरपाई करने की मांग की है। किसानों का कहना है कि नकली कीटनाशक बनाने वालों के खिलाफ शिकायत करने के बाद भी प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। क्षेत्र में दो दिन में रविवार शाम तक 8 इंच के करीब बारिश हो चुकी है। खेतों में पानी भरने से सोयाबीन, तुवर दाल की फसल खेत में जमीन पर गिर गई है जिससे इनकी फलियों में अब दाना नहीं लगेगा। मक्का की फसल भी खराब हो गई है।

शिप्रा नदी व कटक्या नाला के उफान पर आने से आसपास के कई खेतों में पानी भरा है और फसल खराब होने से किसान परेशान हो रहे हैं। दर्जी कराड़िया के किसान संतोष चौधरी, राजन पटेल, गुरान के ईश्वर चौधरी, मालीखेड़ी के मनोज भदौरिया, महेश पटेल, हतुनिया के राजेश पटेल, कजलाना के बाबूलाल पटेल, तराना के गजेंद्र चौधरी, लीलाधर व मुकेश पटेल, देवली के प्यारे मियां, राजोदा के आजाद पटेल, बामनखेड़ी के मनोहर पटेल, जामोदी के भगवत राव, शाहदा के जितेन पटेल, खान बड़ोदिया के दीवान पटेल, ईश्वर मनोहर ने बताया कि क्षेत्र में कई किसानों की फसल खराब हो गई है। यही स्थिति अजनोद नागपुर, चंद्रावतीगंज क्षेत्र की भी है। राहुल चौधरी, महेश जान ने बताया कि फसलें खराब होने के बाद भी प्रशासन ने अब तक सर्वे शुरू नहीं करवाया है। हफ्तेभर में सर्वे शुरू नहीं किया तो तहसील से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक प्रदर्शन किया जाएगा।