थांदला में निकली कलश यात्रा, 20 से अधिक स्थानों पर हुई घटस्थापना

शारदेय नवरात्रि के प्रथम दिन थांदला में सनातन धर्मावलंबियों ने शुभ मुहूर्त में माता मंदिरों, पंडालों व घरों में घट स्थापना की। राजापुरा माता मंदिर, नागणेशा माता मंदिर, कालिका माता मंदिर, अंबे माता मंदिर में नौ दिवसीय अनुष्ठान प्रारंभ किए गए।

नगर में 20 से अधिक गरबा पंडालों में घट स्थापना हुई। नवदुर्गा महोत्सव समिति द्वारा कलश यात्रा निकाली गई। 14 वर्षों से नगर में निकाली जाने वाली शोभायात्रा स्थानीय बावड़ी मंदिर से प्रारंभ हुई। जो नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए देवीगढ़ स्वयं भू माता मंदिर पहुंची। जहां यात्रा का विधिवत समापन हुआ। यात्रा में 2100 महिलाएं सिर पर कलश लिए चल रही थी। सभी चुनरी को सिर पर लिए चल रहे थे। वहीं बालिकाएं सिर पर कलश लिए चल रही थी। यात्रा में ढोल, बैंड, घोड़े व माताजी का सजी हुई झांकी आकर्षण का केंद्र रही। क्षेत्र के ग्राम परवलिया, काकनवानी, नौगांवा, सुतरेटी सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी माता की घटस्थापना की गई। देवीगढ़ स्थित स्वयंभू माता मंदिर पर अनुष्ठान भी शुरू हो गए। आर्य समाज सेवक के खीमा डामोर, पूर्व विधायक कलसिंह भाबर, लालचंद देवल, बंटी डामोर, अशोक अरोरा, मोहन सिंगाड़, बबलू चौपड़ा, प्रकाश डामोर, बालू डामोर, बाबू चौहान, तेरसिंह पारगी, शंभुसिंह बारिया, भावेश भानपुरिया, रोहित बैरागी, समर्थ उपाध्याय, पिंटू डामोर, धवल अरोरा, बिट्टू भट्ट, तोलसिंह मचार, संजय भाबर सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी मौजूद थे। इस कलश यात्रा में आगे-आगे अश्व युवतियां सवार थी।