शिवराज सरकार के खिलाफ महिला शिक्षकों के बाद अब छात्रों ने भी मुंडवाया सिर

भोपाल। मध्यप्रदेश में संविलियन की मांग कर रहे शिक्षकों ने अपना विरोध जताते हुए कल शनिवार को महिला शिक्षकों ने सड़क पर बैठकर अपने बाल मुंडवा लिए। विरोध में शामिल होने आई प्रदेश भर की महिला शिक्षकों ने भोपाल के दशहरा मैदान में सामूहिक मुंडन कराया।

महिला शिक्षकों के इस प्रदर्शन के बाद अब राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान के छात्रों ने महिलाओं का समर्थन करते हुए मुंडन करवा लिया। छात्रों का कहना है कि सरकार एक तरफ आदि गुरु शंकराचार्य की एकात्म यात्रा निकाल रही है, वहीं दूसरी ओर गुरुओं को अपमानित कर रही है। उन्होंने कहा कि छात्र गुरुओं का अपमान बर्दाश्त नही करेंगे।

बता दें कि शनिवार को भोपाल में महिला शिक्षकों ने पुरुषों के समान वेतन की मांग को लेकर ‘अध्यापक अधिकार यात्रा’ की। इस दौरान महिलाओं ने अपना सिर मुंडवाया और असमान वेतन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है जब महिला शिक्षकों ने सिर मुंडवाकर विरोध जताया है।

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दरअसल, पिछले कई दिनों से महिला शिक्षकों ने इस मामले में सरकार को चेतावनी दी थी। और उनके द्वारा इसकी मांग को लेकर लगातार आंदोलन राजधानी भोपाल सहित कई जिलों में किया जा रहा था। शिक्षकों की मांग है कि उन्हें समान काम के लिए समान वेतन दिया जाए। स्थाई शिक्षकों की तरह तबादले में भी उनके साथ समानता बरता जाए। शनिवार को भोपाल के भेल दशहरा मैदान में सामूहिक मुंडन कार्यक्रम में प्रदेश भर के शिक्षक शामिल हुए। इसके लिए जिला इकाई रायसेन की ओर से प्रचार-प्रसार के लिए यात्रा जिले के विभिन्न मुख्यालयों से होते हुए भोपाल ले जाई गई।

इस घटना को लेकर प्रदेशभर में काफी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। आंदोलन के तहत अब तक ज्ञापन, हड़ताल, रैली और प्रदर्शन किए गए लेकिन महिला अध्यापकों ने सरकार की वादा खिलाफी से नाराज होकर ये बड़ा कदम उठाया। 4 महिला अध्यापक और एक अध्यापक की पत्नी द्वारा सिर मुंडाने के बाद संगठन से जुडे़े करीब 1 हजार अध्यापकों ने भी मुंडन कराने की घोषणा की है।

संगठन ने सरकार पर आंदोलन को दबाने का आरोप लगाया है। संगठन के पदाधिकारी रितुराज तिवारी ने बताया कि पहले करीब 25 हजार विरोध प्रदर्शन के लिए जुटने वाले अध्यापकों के आंदोलन के लिए परमिशन नहीं दी गई। बीते दो सप्ताह से प्रशासनिक अधिकारियों ने पदाधिकारियों को शहर में आंदोलन के लिए स्थान देने से ही मना कर दिया। बीएचईएल के जंबूरी मैदान पर विरोध प्रदर्शन के लिए 1 लाख 44 हजार रूपये किराया अधिकारियों ने मांगे। पदाधिकारियों के मुताबिक चंदा कर इस राशि का भुगतान बीएचईएल प्रबंधन को किया जाएगा।