बर्फीली हवाओं का कहर, 2-3 दिन और पड़ेगी कड़ाके की ठंड, कई जगह जम गया पानी

भोपाल। पूरे मध्यप्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दौर चल रहा है। बीते दिन अशोकनगर में पानी जम गया। यहां तापमान एक डिग्री सेल्सियस पर जा पहुंचा। 20 जिलों में पारा 5 डिग्री या इससे कम रहा। दो दिन मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने की संभावना है। 18 जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के आसार हैं। इसके असर से तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है। 19-20 जनवरी से बादल, बूंदाबांदी होने के आसार हैं। बात तापमान की करें तो पारा 7 डिग्री रिकॉर्ड हुआ।

हालांकि, दिन में पारा 0.8 डिग्री चढ़कर 20.9 डिग्री पर जा पहुंचा। एक दिन पहले संक्रांत वाले दिन भी न्यूनतम पारा 7 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था। 15 साल में संक्रांति वाले दिन राजधानी की सुबह सबसे सर्द थी। अगले 24 घंटे प्रदेश में रात का पारा ऐसा ही बना रहेगा। इंदौर में सोमवार को भी कोल्ड डे रहा। अधिकतम तापमान में सुधार हुआ। पारा 20.6 से बढ़कर 22.5 डिग्री रहा, लेकिन यह सामान्य से 5 डिग्री कम है। राजगढ़, छतरपुर, रतलाम, सागर, दतिया और ग्वालियर में शीत लहर चली। नरसिंहपुर में कोल्ड डे रहा। इसी प्रकार गुना, दतिया, राजगढ़, छतरपुर, ग्वालियर में पाला पड़ा।

ये शहर सबसे ठंडे

अशोकनगर-1.0
भिण्ड-1.2
दतिया-1.4
राजगढ़-2.3
ग्वालियर-2.5
नौगांव-2.5
मुरैना-3.0
सीहोर-3.0
विदिशा-3.0
खजुराहो-3.5
शिवपुरी-4.0
रायसेन-4.2
उमरिया-4.4
गुना-4.4

(न्यूनतम तापमान डिग्री सेल्सि. में)

हवाओं ने बढ़ाई सर्दी

मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में मौसम शुष्क है। उत्तर से बर्फीली हवाएं आ रही हैं, इनकी गति लगभग 14 किलो मीटर प्रतिघंटा है, इसके कारण प्रदेश में सर्दी बढ़ी है। पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने पर 23 जनवरी के बाद सर्दी का एक और दौर आएगा। 19-20 जनवरी से लेकर 25-26 जनवरी यानी तीसरे सप्ताह में तापमान में बढ़ोतरी होगी। इसके बाद एक बार फिर 26 जनवरी से तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। जनवरी का आखिरी सप्ताह इसी तरह ठंडा रह सकता है। पश्चिमी मध्यप्रदेश की तुलना में पूर्वी मध्यप्रदेश में इतनी ठंड नहीं रहेगी। जबलपुर, सागर में ठंड तो है, लेकिन भोपाल, इंदौर, ग्वालियर की तुलना में यहां का तापमान कम रहेगा।