मध्यप्रदेश : मोदी और शिवराज सरकार के खिलाफ BJP के शत्रुघ्न और यशवंत की खुली बगावत

भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार लगातार किसानों के लेकर कटघरे में खड़ी नजर आ रही है। प्रदेश में लगातार हो रहे किसान आंदोलन के बाद अब भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ट नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा भी किसानों के समर्थन में शिवराज और मोदी सरकार के नाक में दम करने के लिए मैदान में उतर गए है।

दरअसल मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में बन रहे एनटीपीसी पावर प्लांट की वजह से विस्थापित किसानों और उन पर दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग को लेकर कलेक्टर ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के समर्थन में भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा भी पहुंच गये है जिससे यह आंदोलन और गर्म हो गया है। भाजपा के वरिष्ट नेताओं के साथ किसान नेता शिवकुमार शर्मा कक्काजी भी मौजूद है।

सोमवार को धरना खत्म करने के बाद भाजपा के दोनों वरिष्ट नेता किसानों के मुद्दे पर सुबह 11 बजे प्रेस कांफ्रेंस करेंगे और किसानों की मांगों को मीडिया के सामने रखेंगे।विरोध प्रदर्शन के दौरान कल रविवार को यशवंत सिन्हा द्वारा मोदी सरकार की नीतियों से नाखुश लोगों के लिए गठित की गई राष्ट्र मंच में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि “मै मन की नहीं दिल की बात करता हूं। ‘मन की बात’ पर पेंटेंट किसी और का है। मैं हिम्मत नहीं कर सकता मन की बात करने का। इन दिनों प्रचार और प्रोपेगंडा का जोर है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्र मंच एक विचार मंच है। इस मंच पर हर दलों से आए लोग अपनी बात रखते हैं। हम देशहित की बात करते हैं। देशहित किसी भी पार्टी हित से बड़ी बात है। सरकार की खामियां जब सर से उपर गुजर जाये तो सरकार को चेताने के लिए यह मंच बना है।” सिन्हा ने कहा कि मेरा धरना किसी सरकार के खिलाफ नहीं किसानों के हक में है। राष्ट्र मंच एंटी बीजेपी फ्रंट नहीं है। यदि बीजेपी का विरोध होता तो बीजेपी हमें निकाल देती। ये आंदोलन है।”

सिन्हा ने कहा, अटल-आडवाणी के समय में पार्टी में जितनी बात रखने की आजादी होती थी उतनी अब नहीं है। संसद सदस्य भी कहते हमारी बात नहीं सुनी जाती। लोग इस वातावरण से भयभीत हैं। कोई भी मोदी और अमित शाह का नाम नहीं ले रहा मगर पार्टी में डर का वातावरण बन गया है। मैं पार्टी का जो अनुशासन मानता हूं, उसके अनुसार पार्टी में रहूंगा। पार्टी उसे गलत मांगती है पार्टी कुछ भी करने को स्वतंत्र है।”