चयनित शिक्षक 5 सितम्बर से श्योपुर में भूखहड़ताल करेंगे, ज्ञापन सौंपा

परीक्षा के 1 साल बाद भी नियुक्ति पत्र नहीं मिले

भोपाल। शिक्षक भर्ती 2018 वर्ग 1 और वर्ग 2 की डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया बीच में ही स्थगित कर देने की वजह से चयनित शिक्षकों में भारी आक्रोश है इस संबंध में मध्य प्रदेश के समस्त जिलों  मैं चयनित शिक्षकों ने आक्रामक तेवर अपनाए हुए हैं इस संबंध में आज जिला कलेक्ट्रेट परिसर में चयनित अभ्यर्थियों ने सरकार से शीघ्र शिक्षक भर्ती पूर्ण करने की मांग या इच्छा मृत्यु की मांग की। 

आक्रोशित चयनित शिक्षकों ने शिक्षक भर्ती परीक्षा के पूरे 1 साल होने के संबंध में परीक्षा की बरसी मनाई वह परीक्षा परिणाम प्रतियों का दहन किया। ज्ञापन देने पहुंचे शिक्षक भर्ती वर्ग 1 में चयनित रवि कुमार माहौर व सभी चयनित युवाओं का कहना है इस कोरोना बीमारी के दौरान उपजे आर्थिक हालातों और सरकार की गलत नीतियों की वजह से जो हालात उत्पन्न हुए हैं उस दौरान हमारे पास और कोई चारा नहीं बचता तथा प्रदेश के समस्त युवा कड़ी मेहनत करके इस चयन परीक्षा में उत्तीर्ण हुए परंतु उन्हें आज तक ज्वाइनिंग नहीं दी गई तथा उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार द्वारा स्कूलों को बंद कराने के निर्णय पर भी भारी आक्रोश व्यक्त किया है।

जैसा कि सर्वविदित है 2011 के बाद दिसंबर 2018 में शिक्षा विभाग में भर्ती प्रक्रिया हुई थी इसके 8 वर्ष बाद कोई भर्ती प्रक्रिया नहीं हुई दिसंबर 2018 में भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई तथा जिसे सरकार आज तक पूरी नहीं करा पाई है। प्रदेश चयनित शिक्षक बेरोजगारी से तंग आकर आंदोलन की राह पर हैं तथा सरकार को चेतावनी दी है कि अगर वह है उपचुनाव से पहले  सकारात्मक निर्णय कदम नहीं उठाते हैं तो प्रदेश के समस्त युवा इन उपचुनाव में सत्ताधारी पार्टी का विरोध करेंगे। 

शिक्षक भर्ती वर्ग 1 में चयनित रवि कुमार  माहौर व समस्त युवाओं ने आरोप लगाया कि सरकार को बच्चों की शिक्षा व शिक्षक से कोई लेना-देना है और ना ही हमारी बेरोजगारी से इसलिए उन्होंने मांग की है कि या तो हमें ज्वाइनिंग दी जाए या सरकार को हमारी चिंता नहीं है तो हमें इच्छा मृत्यु की इजाजत दी जाए। अगर हमारी मांगों पर सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो हम 5 सितंबर को अनिश्चितकालीन हड़ताल या हुआ तो भूख हड़ताल भी करेंगे।