SBI ने दिखाई चालाकी! कस्‍टमर्स को पहले दी राहत फिर लगा दिया ये चार्ज

फेस्टिव सीजन में देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के नियमों में लगातार बदलाव हो रहे हैं. इसी के तहत बीते दिनों एसबीआई ने लोन पर सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में कटौती कर दी. इसका मतलब यह कि होम या ऑटो लोन पर ब्‍याज दर पहले के मुकाबले अब कम हो गया है.

ऐसा कहा जा रहा था कि एसबीआई से अब होम लोन लेना सस्‍ता हो गया है. लेकिन अब बैंक ने होम लोन पर खास तरह का चार्ज ”प्रो‍सेसिंग फीस” एक बार फिर लगा दिया है. कहने का मतलब यह है कि एसबीआई के ग्राहकों को लोन की ब्‍याज दर पर कटौती का फायदा तो मिलेगा लेकिन प्रो‍सेसिंग फीस का भी बोझ पड़ेगा.

दरअसल, एसबीआई ने फेस्टिव ऑफर निकाला था, जिसके मुताबिक 31 दिसंबर 2019 तक तक लोन के लिए कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं लेने की बात कही गई थी. टाइम्‍स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक एसबीआई के नए फैसले के मुताबिक सिर्फ 15 अक्टूबर तक लोन प्रपोजल पर ही इस ऑफर का लाभ उठाया जा सकता है.

इसके बाद के लोन पर प्रो‍सेसिंग फीस की छूट का फायदा नहीं उठाया जा सकता है. बता दें कि लोन लेने की प्रक्रिया के दौरान बैंक एक खास रकम वसूलते हैं. इस रकम को प्रोसेसिंग फीस कहा जाता है. होम लोन पर प्रोसेसिंग फीस 0.40 फीसदी तक होती है.

बीते दिनों एसबीआई ने सभी तरह के लोन पर सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) को 0.10 फीसदी कम कर दिया गया है.

इस कटौती के बाद 1 साल के लोन का एलसीएलआर कम होकर 8.05 फीसदी पर आ गया है. हालांकि यह कटौती रेपो रेट से जुड़े लोन पर प्रभावी नहीं होगी.