प्रदेश मंत्री का दावा, कांग्रेस सरकार की इस पॉलिसी से MP बन जाएगा बॉलीवुड की जान

भोपाल. मध्‍य प्रदेश की तमाम खूबसूरत लोकेशन अब बड़े बैनर की फिल्में फिल्माई जा सकेंगी. जी हां, प्रदेश में फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कांग्रेस सरकार अब फिल्म टूरिज्म पॉलिसी लागू करेगी. बॉलीवुड की बढ़ती दिलचस्पी के बाद मुख्‍यमंत्री कमलनाथ ने फिल्मी उद्योग के लिए राज्य के दरवाजे खोलने की तैयारी कर ली है. लिहाजा सरकार पॉलिसी के तहत छोटे और बड़े बैनर की फिल्मों के लिए सस्ती दर पर सुविधाएं देने के साथ ही परमिशन प्रक्रिया को सरल करेगी. आपको बता दें कि सीएम कमलनाथ की कई बड़ी फिल्मी हस्तियों से चर्चा के बाद सरकार ने नई पॉलिसी को अगले एक से दो महीने में लागू करने का प्लान बनाया है.

पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने कही ये बात
पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि फिल्मों के लिए जरूरी लोकेशंस की प्रदेश में भरमार है और फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों ने सीएम कमलनाथ से मुलाकात की है. उनको ध्यान में रखते हुए सरकार अपनी पॉलिसी में बड़ा बदलाव करेगी. फिल्‍मकार परमिशन आसानी से चाहते हैं और सरकार की कोशिश है कि प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग के लिए आने वालों को सभी तरह की सहूलियत देने की कोशिश रहेगी, ताकि यहां फिल्मों की शूटिंग हो सके और लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल सके. यही नहीं, अपने पर्यटन स्थल को प्रमोट करने के लिए सरकार जल्द ही बड़े उत्सवों का आयोजन करेगी, जिसमें ओरछा, मांडू, हनुवंतिया पर सरकार महोत्सव आयोजित करेगी.

बॉलीवुड में मध्य प्रदेश

बड़े बैनर की फिल्मों समेत वेब सीरिज में भी एमपी की वादियां छाई रही हैं. 1952 में पहली बार नरसिंहगढ़ के किले और पाड़ियों पर फिल्माई गई फिल्म आन के बाद आरक्षण, पान सिंह तोमर, चक्रव्यूह, गंगाजल, बाजीराम मस्तानी, सुई धागा, टायलेट एक प्रेमकथा आदि की यहां शूटिंग हुई है. इसके अलावा कई छोटे पर्दे और वेब सीरिज की भी शूटिंग हुई है. फिलहाल सरकार की कोशिश है कि फिल्म इंडस्ट्री को ज्यादा से ज्यादा सहूलियतें देकर फिल्मों को प्रोत्साहित किया जा सके. इससे ना सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि यह रोजगार का जरिया भी बनेगा.