हनी ट्रैप केस- कमलनाथ सरकार ने तीसरी बार बदला विशेष जांच टीम (एसआईटी) के चीफ को

मध्य प्रदेश में पकड़े गए हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में ‘दाल में कुछ ज्यादा ही काला नजर’ आ रहा है. इस मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) के चीफ को कमलनाथ सरकार ने तीसरी बार बदला है. सबसे पहले मामले की जांच श्रीनिवास वर्मा को सौंपी गई थी लेकिन 24 घंटे के अंदर ही उनसे यह जिम्मेदारी ले ली गई और संजीव शामी को एसआईटी हेड बना दिया गया. लेकिन अब राजेंद्र कुमार को यह जिम्मेदारी दे दी गई. अब इस नए घटनाक्रम के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या सरकार अंदर ही इस मामले में पर्दा डालने की कोशिश कर रही है. क्योंकि अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक इस हनी ट्रैप मामले में कांग्रेस-बीजेपी के कई बड़े नेता, अधिकारी भी फंसे हुए हैं और महाराष्ट्र के एक बड़े नेता का भी नाम सामने आ रहा है.

जानकारी के मुताबिक सोमवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्य सचिव एसआर मोहंती और डीजीपी वीके सिंह और एसआईटी प्रमुख संजीव शामी को तलब किया.

कैसे हुआ था हनीट्रैप का खुलासा?

बता दें कि बीते 18 सितंबर को इंदौर पुलिस ने 2 महिलाओं और उनके वाहन चालक को गिरफ्तार किया था. ये महिलाएं नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह का वीडियो बनाने के बाद उसे ब्लैकमेल कर उससे 3 करोड़ रुपये मांग कर रही थीं. मांगी गई रकम की पहली किश्त के तौर पर 50 लाख रुपये वे लेने आईं तो पकड़ी गईं.

उसके बाद कई नेताओं के तार इस कांड से जुड़ते चले गए. बाद में इस कांड से जुड़ी जो तस्वीर सामने आ रही है, वह चौंकाने वाली है.