टीकमगढ़। रामराजा सरकार की राजधानी ओरछा में आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पहुंचे जहां उन्होंने मंदिर जाकर रामराजा के दर्शन किये। वहीं मंदिर के इतिहास में पहली बार किसी वीआईपी के लिए मंदिर में जाने से श्रद्धालुओं को रोका गया। सीएम के पहुँचने से एक घंटे पहले ही मंदिर प्रबंधन और प्रशासन ने श्रद्धालुओं को रोक दिया। मोरारी बापू की कथा में शामिल होने और राम राजा के दर्शन के लिए शिवराज यहाँ पहुंचे थे। मंदिर प्रशासन ने सीएम के दौरे को लेकर सुरक्षा का हवाला देकर भक्तों को रोक दिया जिससे भक्तों ने काफी नाराजगी भी दिखाई। अब यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है और इसका विरोध भी अब और बढ़ गया है।
सोशल मीडिया पर लोग सीएम शिवराज की आलोचना भी कर रहे और तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि मंदिर के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। जहाँ भगवान् को ही राजा की उपाधि दी गई है और यहाँ कोई भी वीआईपी हो कोई और सब एक बराबर माने जाते हैं और किसी के लिए भी भक्तों को दर्शन से रोका नहीं जाता है। लेकिन सीएम के लिए पहले बार इतिहास में ऐसा करते हुए ओरछा की इस परंपरा को बदल दिया गया। सीएम के आने पर जब इसको लेकर हल्ला हुआ तो सीएम तक मीडिया को भी जाने से रोक दिया गया, प्रशासन ने मीडिया पर भी पाबन्दी लगा दी। सुरक्षा का हवाला देकर प्रशासन ने मनमानी करते हुए एकतरफ जहाँ श्रद्धालुओं को भगवान् के दर्शन करने से रोका वहीं इस अव्यवस्था को लेकर सीएम के सामने हल्ला न हो इसके लिए मीडिया को भी रोक दिया गया।
इतिहास में पहली बार किसी वीआईपी के आने पर श्रद्धालुओं को मंदिर में जाने से मना करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है इतना ही नहीं यह मामला अब सोशल मीडिया पर भी गरमाने लगा है।
हम आपको बता दें कि इंदिरा गांधी के आने पर भी रामराजा सरकार के दर्शन के लिए लोगों को नहीं रोका गया, इंदिरा गांधी को भी एक आम इंसान की तरह ही भगवान राम के दर्शन कराए गए थे। लेकिन सीएम शिवराज की VIP व्यवस्था पर लोगों ने सवाल उठाना शुरू कर दिए हैं। कई लोग तो का कहना है कि पहले जिसने भी रामराजा सरकार के यहां वीआईपी दर्शन करने की कोशिश की या तो उनकी राजनीति समाप्त हो गई या उनके साथ कोई हादसा हुआ लोग इस घटना को भी उन पुरानी घटनाओं से जोड़ रहे हैं।