उत्तरी हवाओं के कारण बरसात की चेतावनी, 48 घंटों में पड़ेगी कड़ाके की ठंड

भोपाल. मध्यप्रदेश में इन दिनों मौसम का मिजाज बदला हुआ है। नवम्बर की शुरुआत से ही सर्दी का असर कुछ कम हुआ है। इसके पीछे कारण यह है कि वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है और हवा का रूख पूर्वी बना हुआ है। इसलिए न्यूनतम तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं आ रही है। अगले 48 घंटों में हवा का रूख उत्तरी होने के साथ ही न्यूनतम तापमान में 4 डिग्री से अधिक की गिरावट आने की संभावना है। इतना ही नहीं, प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में बरसात होने का भी अनुमान है.

पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते इन दिनों राजधानी में आंशिक बादलों की स्थिति बन रही है। तापमान में भी मामूली उतार चढ़ाव का दौर चल रहा है। अगर पिछले एक सप्ताह की बात की जाए तो शहर का न्यूनतम तापमान लगभग 4 डिग्री तक बढ़ गया है इसके कारण रात में सर्दी का असर थोड़ा कम हुआ है. हालांकि सर्द हवाओं के कारण अब भी शहरवासियों को रात के समय गुलाबी सर्दी महसूस हो रही है। हवा का रूख भी इस समय पूर्वी बना हुआ है जिसके कारण तापमान में गिरावट नहीं आ रही है।

ग्वालियर चंबल क्षेत्र में बादल छाए, हो सकती है हल्की बारिश-मौसम विज्ञानी और ड्यूटी ऑफिसर अशफाक हुसैन ने बताया कि इस समय पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है. साथ ही राजस्थान में ऊपरी हवा का चक्रवात भी बना है। इसके कारण ग्वालियर चंबल क्षेत्र में बादल छाए हुए हैं और वहां हल्की बारिश की स्थिति भी बन सकती है। इसी प्रकार भोपाल में भी आंशिक बादलों की स्थिति बन रही है। हवा का रूख पूर्वी होने से तापमान में तेज गिरावट नहीं आ रही है। अगले दो दिनों में हवा का रूख उत्तरी होने के साथ ही तापमान में गिरावट आने की संभावना है। 11 के बाद तापमान में 4 डिग्री या उससे अधिक तक गिरावट आ सकती है।

तापमान में खास अंतर नहीं
शहर में बुधवार को भी मौसम के मिजाज में खास बदलाव नहीं आया। अधिकतम तापमान 31.7 और न्यूनतम 17.5 डिग्री दर्ज किया गया. जबकि मंगलवार को अधिकतम 32.8 और न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री दर्ज किया गया। इस तरह बुधवार को अधिकतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट आई है जबकि न्यूनतम तापमान में खास अंतर नहीं आया है।