“महंगी गैस, महंगा राशन, बंद करो खोखला भाषण, दाम बांधो, काम दो, वर्ना खाली करो सिंहासन” राहुल गाँधी के ट्विट का नहीं है किसी के पास जवाब

छोटे-छोटे वाक्यों, कम शब्दों और भरपूर भाव के साथ बड़ी-बड़ी बातें कहने वाले हिंदी के रीतिकाल के प्रसिद्ध कवि बिहारी लाल की प्रसिद्ध लोकोक्ति है:

सतसइया के दोहरे, ज्यों नावक के तीर।
देखत मैं छोटे लगैं, घाव करैं गंभीर॥

कुछ लोग सतसैया की जगह शतशैय्या भी लिखते हैं. इसका अर्थ अलग-अलग विद्धान अलग-अलग ही निकालते रहे हैं. लेकिन जो सबसे ज्यादा लोकप्रिय अर्थ है, वह है कि छोटे वाक्य में बड़ी बात कहकर विरोधी का मुंह बंद कर देना.कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट भी पिछले कुछ समय से यही ‘सतसइया के दोहरे, ज्यों नावक के तीर. देखत मैं छोटे लगैं, घाव करैं गंभीर॥ ‘ का माहौल बनाए हुए हैं.ताजा मामला रविवार का है जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा . उन्होंने महंगाई और रोजगार जैसे अहम मुद्दों का जिक्र करते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि, “महंगी गैस, महंगा राशन, बंद करो खोखला भाषण, दाम बांधो, काम दो, वर्ना खाली करो सिंहासन.”


राहुल गांधी ने इस ट्वीट के साथ एक खबर को भी लगाया है जिसमें बताया गया है कि बीते करीब डेढ़ साल में रसोई गैस की कीमतें कितनी बढ़ी हैं. यह जानना यहां जरूरी है कि इस महीने की शुरुआत में ही रसोई गैस के दामों में बढ़ोत्तरी की गई है.यह कोई पहला मौका नहीं है जब राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने शनिवार को एक न्यूज़ वेबसाइट पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के बेटे शौर्य डोवाल की संस्था इंडिया फाउंडेशन के बारे में छपी रिपोर्ट पर भी कटाक्ष किया था. उन्होंने लिखा था, “शाह-जादा की अपार सफलता के बाद भाजपा की नई पेशकश – अजित शौर्य गाथा”


राहुल गांधी पिछले कई महीनों से अपने ट्वीट के जरिए लगातार मोदी सरकार, बीजेपी, उसकी कार्यशैली, समसामयिक मुद्दों और केंद्र सरकार की कारगुजारियों पर टिप्पणी कर रहे हैं. हाल ही में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात नवसृजन यात्रा के तहत कई बार गुजराक का दौरा किया है. गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को विधानसभा चुनाव हैं. गुजरात में अपनी जनसभाओं और लोगों से बातचीत में राहुल गांधी ने महंगाई, बेरोजगारी, नोटबंदी, अर्थव्यवस्था और जीएसटी जैसे मुद्दों को खूब उठाया है. जीएसटी पर तो उनकी टिप्पणी “गब्बर सिंह टैक्स” की खूब चर्चा हुई थी.उन्होंने 24 अक्टूबर को इसी पर ट्वीट कर फिल्म ‘शोले’ के डायलॉग को थोड़ा बदलाव के साथ टिप्पणी की थी.


राहुल ने 26 अक्टूबर को एक बार फिर जीएसटी और नोटबंदी से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली को निशाने पर लिया था. उन्होंने कहा था, “डॉ. जेटली, नोटबंदी और GST से अर्थव्यवस्था ICU में है. आप कहते हैं आप किसी से कम नहीं, मगर आपकी दवा में दम नहीं.”

और भी बहुत से ट्वीट हैं जिनके जवाब विरोधियों, भक्तों और ट्रोल सेना के पास नहीं हैं.