सूरत के व्यापारियों-कामगारों से मिले राहुल, उन्हें 21वीं सदी के औद्योगिक भारत की ताकत बताया

नोटबंदी की पहली बरसी पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात के सूरत पहुंचकर व्यापारियों और कामगारों का हाल जाना. राहुल ने वहां के कई व्यापारियों और कामगारों से मुलाकात की. उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी से हुए नुकसान को लेकर उनकी शिकायतें सुनीं.

राहुल ने एक कार्यक्रम में शहर के व्यापारियों को संबोधित करते हुए मोदी सरकार की नीतियों पर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने अगर बड़े उद्योगपतियों पर खर्च की गई रकम का 15 फीसद भी सूरत में लगा देती तो आज यहां की तस्वीर ही कुछ और होती. राहुल ने कारोबारियों को भरोसा दिलाते हुए कहा, “मैं वही वादा करता हूं जो पूरा कर सकता हूं. मैं एक बार जब कुछ ठान लेता हूं तो फिर उससे पीछे नहीं हटता.” उन्होंने कहा कि ‘’हमने कई बार केंद्र सरकार से अपील की थी कि जीएसटी के 5 स्लैब नहीं हो सकते. जीएसटी का स्‍लैब अधिक से अधिक 18 फीसदी तक होना चाहिए. हमारा मानना है कि जीएसटी में सुधार की बहुत जरूरत है. केंद्र सरकार ने हमारी एक भी बात नहीं सुनी.”


8 नवंबर का पूरा दिन राहुल ने सूरत के कारोबारियों और कामगारों के साथ बिताया. उन्होंने शहर के कई उद्योगों का जायजा लिया और वहां के कारोबारियों और कर्मचारियों से उनकी परेशानियां समझने की कोशिश की. इससे पहले दिन में राहुल ने एम्ब्रॉयडरी वर्कर्स से मुलाकात की. जहां महिला एम्ब्रॉयडरी वर्कर्स ने उन्हें अपनी समस्याओं के बारे में बताया. राहुल से मिलकर वर्कर्स काफी खुश हुए.

सूरत पहुंचने के बाद राहुल ने सबसे पहले धागा उद्योग से जुड़े लोगों के एक समूह के साथ अनौपचारिक बैठक की. बैठक के दौरान उद्योग से जुड़े लोगों ने नोटबंदी और जीएसटी के बाद होने वाली परेशानियों के बारे में राहुल गांधी को बताया. इस दौरान राहुल गांधी ने जीएसटी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को पूरी तरह से विफल बताया.


इसके बाद बुधवार के दिन राहुल दिन भर सूरत के अलग-अलग हिस्सों में स्थित उद्योगों का जायजा लेने गए. उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी की वजह से बंद हो चुकी और बंदी की कगार पर पहुंच चुकी कई मिलों का दौरा किया. उन्होंने मिल मालिकों और वहां के कर्मचारियों से बातचीत की और उनकी परेशानी को समझने की कोशिश की. उसके बाद राहुल सूरत के फूलपड़ा स्थित बालकृष्ण सिंथेटिक्स कपड़ा मिल का जायजा लेने पहुंचे. यहां उन्होंने वहां काम कर रहे कर्मचारियों से काम में आने वाली परेशानियों और अन्य समस्याओं के बारे में जानकारी ली.