मध्‍य प्रदेश के पूर्व आईपीएस का दावा: 80 प्रतिशत अपराधों का कारण है नशा

एक पूर्व आईपीएस अफसर वेद प्रकाश शर्मा पूरे देश में नशे के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. इसमें खास बात यह है कि ये वो शख्शियत हैं, जिन्होंने देश में सबसे पहले कहा था योग से नशा मुक्ति हो सकती है. अब तक वे योग द्वारा 500 से अधिक लोगों को नशा मुक्त कर चुके हैं. उनका दावा है कि नशे का दुनिया में 500 बिलियन डॉलर का कारोबार है.

10 साल से लड़ रहे हैं नशे की लड़ाई


आईजी के पद से रिटायर हुए आईपीएस अफसर वेद प्रकाश शर्मा पिछले 10 वर्षों से मध्‍य प्रदेश में नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. वे अपने सेवाकाल के दौरान नीमच एसपी और रतलाम के डीआईजी भी रहे. इस दौरान उन्होंने देखा कि अफीम उत्पादक मालवा में खतरनाक नशे से लोग मौत के मुहाने पहुंच रहे हैं. इसी के बाद उन्होंने नशे से मुक्ति का प्रण लिया और एक दशक से अधिक समय से वे योग द्वारा नशा मुक्ति में लगे हैं.

नशा मुक्ति को लेकर शर्मा ने कही ये बात

नशा मुक्ति को लेकर नीमच आये वेद प्रकाश शर्मा ने ख़ास बातचीत में कहा कि योग ही ऐसा कारगर तरीका है जिससे नशा मुक्ति हो सकती है. मैंने यह अभियान चलाया हुआ है. इसके लिए मैंने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा था, जिसमें कहा था कि पूरे देश में योग से नशा मुक्ति के केंद्र स्थापित किये जाएं और मैं नि:शुल्क सेवा देने के लिए तैयार हूं.

साथ ही उन्‍होंने कहा कि दुनिया में 500 बिलियन डॉलर का कारोबार है नशे का, जिससे हमारा देश भी अछूता नहीं. आज पंजाब और हरियाणा जैसे प्रदेशों की हालत खराब है. उन्होंने यह भी कहा कि हमें उतनी ही अफीम उपजानी चाहिए जितनी दवाओं के लिए आवश्यक है. जबकि इसके विकल्प तलाशने चाहिए, क्‍योंकि मालवा मे लोग अफीम से ड्रग्स बनाने की विधि भी जानते हैं, जो खतरनाक है. जबकि आज सोशल मीडिया के कारण ड्रग्स युवाओं को आसानी से मिल जाता है.

पूर्व आईपीएस अफसर शर्मा ने कहा कि 80 प्रतिशत अपराध नशे की हालत में होते हैं. इस बात का एक सर्वे मैंने शहडोल आईजी रहते हुए जेल में करवाया था.