प्रदेश में ‘अंडा सियासत’ ने पकड़ा जोर, मंत्री जीतू पटवारी ने किया तीखा पलटवार

इंदौर : मध्य प्रदेश के 64वें स्थापना दिवस पर उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी इंदौर के आरएपीटीसी परेड ग्राउंड पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री कमलनाथ के संदेश का वाचन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार वचन की सरकार है और जनता से किया गया एक-एक वादा पूरा किया जाएगा. साथ ही पटवारी ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह मध्य प्रदेश सरकार के साथ भेदभाव कर रही है और दूसरे राज्यों को फंड दे रही है. इसके अलावा कमलनाथ सरकार के तेजतर्रार मंत्री जीतू पटवारी ने आंगनवाड़ियों में मिडडे मील में अंडा दिए जाने के बीजेपी के विरोध पर कहा कि अंडा अनिवार्य नहीं किया जाएगा. आपको बता दें कि मिडडे मील में अंडा देने की सरकार की योजना के बाद भाजपा हमलावर हो गई है. यही नहीं, भाजपा की तरफ से प्रदेश अध्‍यक्ष राकेश सिंह, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और कैलाश विजयवर्गीय जैसे दिग्‍गज नेताओं ने कड़ी चेतावनी दी है.

मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा एवं खेल मंत्री जीतू पटवारी ने स्थापना दिवस पर मीडिया से बात करते हुए प्रदेश की जनता को बधाई दी. साथ ही उन्‍होंने कहा कि सरकार अपने ‘वचनपत्र’ को पूरा करेगी. किसानों के इस साल के अंत तक दो लाख तक के ऋण माफ हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार पूरी ईमानदारी से जनता की सेवा में लगी हुई है. ऐसा एक भी किसान नहीं बचेगा जिसका कर्ज माफ न हुआ हो. सरकार ने ऋणमाफी का वचन पूरा किया. किसानों से जुड़ी समस्याएं भी दूर हुई. 11 महीने कमलनाथ सरकार को होने जा रहे हैं.

मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि राज्य में अतिवृष्टि के चलते किसानों का नुकसान हुआ. उसके लिए सरकार चिंता कर रही है. किसान की आय बढ़ेगी तभी आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश की जनता से सौतेला व्यवहार कर रहे हैं. प्रदेश को उसका हक क्यों नहीं दिया जा रहा है. प्रदेश के मुखिया कमलनाथ ने पत्र दे दिया है, लेकिन केंद्र सरकार राहत राशि नहीं दे रही है. जबकि बीजेपी के नेताओं को भी सांप सूंघ गया है और वे भी केंद्र सरकार से बात नहीं कर रहे हैं. जबकि उनकी वहां सरकार है.

मीडिया से मुखातिब होते हुए उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी के नेताओं के बयान ये बताते है कि हर नेता अपने आपको प्रदेश का स्थापित नेता बनाने की होड़ में लगा हुआ है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अपने आप को, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान अपने आप को और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह अपने आप को प्रदेश का नेता बताने के लिए बयान देते रहते हैं. जबकि इनको प्रदेश की जनता नकार चुकी है. हाल ही में हुए झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस का विधायक बनना है इन नेताओं के मुंह पर तमाचा है.

प्रदेश की आंगनवाड़ियों में बच्चों को अंडा खिलाए जाने के सवाल पर खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी हल्ला मचा रही है. मिडडे मील में बच्चों को अंडे देने की सरकार की मंशा है. प्रदेश को कुपोषण मुक्त करने के लिए अंडे को अनिवार्य नहीं किया जाएगा. बच्चों के मां-बाप से पूछकर ही अंडा खिलाया जाएगा. किसी को जबरदस्ती अंडा नहीं खिलाया जाएगा.

मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर अलग अलग जिलों में कार्यक्रम हो रहे हैं जिसमे इंदौर में आरएपीटीसी परेड ग्राउंड पर समारोह आयोजित किया गया. उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने ध्वजारोहण किया और उसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के सन्देश का वाचन किया. इस मोके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया, जिसमें स्कूली बच्चों और शहर के गणमान्य नागरिकों ने शिरकत की. कार्यक्रम के समापन पर आवार्ड भी बांटे गए.

मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस समारोह में जिले का एक भी विधायक नहीं पहुंचा. जबकि इंदौर जिले में 9 विधायक हैं, जिनमें 4 कांग्रेस और 5 बीजेपी के विधायक है. मजेदार बात ये है कि 2 मंत्रियों को छोड़कर 7 विधायक बचते हैं और ये सातों विधायक शहर में मौजूद रहने के बावजूद स्थापना दिवस के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. जबकि वीवीआईपी दर्शक दीर्घा में उनकी चेयर पर उनके नाम की स्लिप लगी हुई थी. हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि कलेक्टर लोकेश जाटव के खुद जाकर आमंत्रण न दिए जाने से विधायकों ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया है.