प्रदेश में कांग्रेस गाँधी पथ पर चलने को तैयार, इंदौर से भोपाल तक निकालेगी ‘गांधी दर्शन पदयात्रा’

इंदौर. मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार युवाओं के बीच राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के संदेशों को पहुंचाने के लिए ‘गांधी दर्शन पदयात्रा’ निकालने जा रही है. ये यात्रा इंदौर से भोपाल तक निकाली जाएगी. इस साल महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष में कई बड़े आयोजन किए गए और ये यात्रा भी उसकी एक कड़ी है. गांधी दर्शन पैदल यात्रा के माध्यम से प्रदेश की कांग्रेस सरकार महात्मा गांधी के सिद्धांतों, उनके विचारों और संदेशों को समाज की नई पीढ़ी तक पहुंचाने का काम किया. मंगलवार यानी 19 नवंबर को सुबह 8.30 बजे इंदौर के रीगल चौराहे स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा से इस यात्रा की शुरुआत हुई और 27 नवंबर को राजधानी भोपाल के पॉलीटेक्निक चौराहा गांधी भवन पर समाप्त होगी.

पदयात्रा में होगा ये काम
इस पदयात्रा में कांग्रेस के कार्यकताओं के अलावा गांधीवादी विचारक शामिल होंगे. पदयात्रा के दौरान गांधी के प्रसिद्ध भाषणों और उनके संघर्षों को बड़ी एलईडी स्क्रीन पर आम लोगों को दिखाया जाएगा. जबकि इस पदयात्रा का संचालन मध्य प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव कर रहे हैं.

गांधी विचारों को लेकर भ्रम को दूर करेगी ये यात्रा
इस गांधी दर्शन पैदल यात्रा में शामिल हो रहे प्रसिद्ध गांधीवादी विचारक मध्य प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष और गांधी की 150वीं जयंती राज्य स्तरीय समिति के सदस्य चिन्मय मिश्रा का कहना है कि गांधीजी और विनोवा भावे ने इंदौर से लम्बी यात्राएं की थीं. उन्होंने भूदान से ग्राम दान तक का परिवर्तन इंदौर से किया था. इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए पिछले कुछ समय से ऐसा लग रहा था कि गांधी विचार को लेकर कुछ लोगों में भ्रम है इसलिए युवाओं में गांधी के विचारों से जोड़ने के लिए ये पद यात्रा निकाली जा रही है. यात्रा में सौ युवा एक साथ रहेंगे जो करीब दस दिनों तक ना सिर्फ गांधी पर बातचीत करेंगे बल्कि उनके विचारों को लेकर लोगों से मिलेंगे. यही नहीं, जबकि प्रार्थना सभाओं के माध्यम से लोगों तक गांधी के विचारों को पहुंचाएंगे. यात्रा का मुख्य मकसद गांधी विचार को एक बार फिर लोगों तक अच्छे तरीके से पहुंचाना और उनके मन की शंकाओं को दूर करना है.