राष्ट्र प्रेम का दावा करने वाली और सब पर इसे लागू करने वाली बीजेपी का देश प्रेम और देश के लिए जान न्यौछावर करने वाले शहीदों के प्रति कैसा रवैया है, ये गुजरात सीएम की रैली में साबित हो गया.गुजरात में एक रैली के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से शहीद बीएसएफ जवान की बेटी उन्हें अपनी परेशानी बताने आई पर महिला पुलिस कर्मियों ने रोक दिया. और एक शहीद की बेटी को न सिर्फ अपमानित किया गया बल्कि घसीटकर सभा से बाहर कर दिया गया. ये सब उस वक्त हुआ, जब मंच पर सीएम विजय रुपाणी मौजूद थे और खुद उसे बहार ले जाने के लिए कह रहे थे.
न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक आदिवासी महिला की पहचान रूपल तडवी (26) के तौर पर हुई है. वह कई सालों से इस बात को लेकर प्रदर्शन कर रही है कि उसके पिता अशोक तडवी के शहीद होने के बाद सरकार ने जो जमीन देने का कथित रूप से वादा किया था वह आज तक पूरा नहीं किया. उसने बताया कि उसके पिता बीएसएफ में थे और शहीद हुए थे.
रूपल को पुलिस कर्मियों द्वारा ले जाने के दौरान बचने के लिए संघर्ष करने का वीडियो वायरल हो गया है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है, जिसमें पुलिसकर्मी शहीद की बेटी को घसीटकर सभा से बाहर करते नजर आ रहे हैं.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का अहंकार अपने चरम पर है. गांधी ने हिंदी में ट्वीट करके लिखा है, ‘भाजपा का घमंड अपने चरम पर है. ‘परम देशभक्त’ रुपाणीजी ने शहीद की बेटी को सभा से बाहर फिंकवा कर मानवता को शर्मसार किया. 15 साल से परिवार को मदद नहीं मिली, खोखले वादे और दुत्कार मिली. इंसाफ़ माँग रही इस बेटी को आज अपमान भी मिला. शर्म कीजिए,न्याय दीजिए.’
भाजपा का घमंड अपने चरम पर है.
‘परम देशभक्त’ रुपाणीजी ने शहीद की बेटी को सभा से बाहर फिंकवा कर मानवता को शर्मसार किया.
15 साल से परिवार को मदद नहीं मिली, खोखले वादे और दुत्कार मिली. इंसाफ़ माँग रही इस बेटी को आज अपमान भी मिला.
शर्म कीजिए,न्याय दीजिए. pic.twitter.com/w8k7TYQrDt
— Office of RG (@OfficeOfRG) December 1, 2017