- सांवेर में प्रेमचंद गुड्डू के चुनाव कार्यालय के उद्घाटन पर सोशल डिस्टेंसिंग टूटने के मामले में पुलिस ने किया केस दर्ज
- पुलिस द्वारा कांग्रेसियों पर की गई कार्रवाई के विरोध में कांग्रेसी गिरफ्तारी देने पहुंचे, पुलिस-प्रशान को चेताया
मंगलवार को सांवेर में प्रेमचंद गुड्डू के चुनाव कार्यालय के उद्घाटन पर सोशल डिस्टेंसिंग टूटने और भीड़ जमा करने के मामले में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई का गुरुवार को कांग्रेसियों ने जमकर विरोध किया। गुस्साए पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि मैं पुलिस-प्रशासन को चेताना चाहता हूं कि समय बदलने वाला है।
यह सरकार 42 दिन की और है। सिलावट 7 से 8 दिन के और मंत्री बचे हैं। जिस-जिस अधिकारी कर्मचारी ने अपना दायित्व का सही तरीके से नहीं निभाया। भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया, वे याद रखें, मैं तो थोड़ा सरल आदमी हूं, लेकिन प्रेमचंद गुड्डू की चक्की बहुत बारीक आटा पीसती है। यह बात याद रखना, आगे से यह गलती ना हो।
बता दें कि पुलिस ने धारा 188, 269 और 270 के तहत मास्क नहीं लगाने, बिना अनुमति बड़ी संख्या में लोगों को एकत्र करने पर 34 कांग्रेस नेताओं पर नामजद कार्रवाई की है।
मंत्री पटवारी ने कहा कि तुलसी सिलावट के लिए भाजपा का संगठन क्यों काम करे। भाजपा को वोट देने वाले इनकी मदद क्यों करें। तुलसी सिलावट में थोड़ा सा भी पानी बचा हाे तो आपकी सरकार है और आप मंत्री हो, सांवेर के किसानों को 40 हजार रुपए हेक्टेयर मुआवजा दिलवाओ। तब हम मानेंगे की आप मंत्री हो। जिस प्रकार से आपने अपने स्वार्थ के लिए वोट को बेचा। किसान के लिए क्या किया। कमलनाथ सरकार ने किसानों के बिजली बिल कम किए थे। अब जो बढ़े हुए बिल आएं हैं उन्हें माफ करवाओ। तब हम मानेंगे कि जो आपने वोट बेचा है उसका थोड़ा मर्म है आप में।
पटवारी बोले- प्रशासन नौकर की तरह हाथ बांध कर खड़ा रहा

पटवारी ने कहा कि भाजपा के लोग बड़े-बड़े आयोजन करते हैं। मुख्यमंत्री आए थे तो कई लोगों का खाना हुआ। प्रशासन हाथ बांध कर नौकरों की तरह खड़ा रहा। टीआई और पुलिस हाथ बांधकर नौकर और कार्यकर्ताओं की तरह खड़े रहे। दूसरी ओर राष्ट्रपति की श्रद्धांजलि सभा में आपने 40 कांग्रेसियों पर मुकदमे दर्ज कर लिए। 50 लोगों के और नाम लिख दिए। कांग्रेस पार्टी यह सहन नहीं करेगी।
मैं भाजपा के कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि जिन कांग्रेसियों ने पिछले चुनाव में सिलावट को मदद की। उन पर ये अब मुकदमे लगा रहे हैं, तो फिर ये आपके कैसे हो जाएंगे। हम सबकी विचारधारा अपनी-अपनी है। जब सिलावट कांग्रेस में थे और दोस्ती यारी में किसी भाजपा वाले की मदद करता था तो ये आपत्ति लेते थे। ये कांग्रेस भाजपा की लड़ाई नहीं है। ये लोकतंत्र की लड़ाई है। जब विधायक बिकेगा तो लोकतंत्र कहां जिंदा रहेगा। यदि तुलसी को बिकने के बाद वोट मिल सकता है तो फिर सब बिकने लगेंगे। सांवेर की जनता तुलसी सिलावट को 20 हजार वोटों से हराएंगे। हमने कई गांव घूमे, भाजपा वाले खुद ही कहते हैं कि इन्होंने जिस प्रकार से गड़बड़ की है, उसी प्रकार से घर भेजेंगे।