भारत में भी ऑक्सफोर्ड कोरोना वैक्सीन ट्रायल पर रोक

 DCGI से नोटिस मिलने के बाद रोका ट्रायल, ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को अन्य देशों में भी रोका गया

नई दिल्ली। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर अपना ट्रायल को रोक दिया है। इंस्टीट्यूट ने गुरुवार (10 सितंबर) को इस बारे में बयान जारी कर कहा है कि हम स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और जब तक फार्मा कम्पनी एस्ट्राजेने का दोबारा ट्रायल शुरू नहीं करती तब तक भारत में चल रहे ट्रायल को रोका जा रहा है। संस्थान ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के निर्देशों का पालन करने की बात कही है।

दरअसल, डीसीजीआई ने एस्ट्राजेनेका द्वारा ऑक्सफोर्ड कोविड-19 टीके का अन्य देशों में ट्रायल रोके जाने और टीके के गंभीर प्रतिकूल प्रभावों की खबरों के संबंध में सूचना नहीं देने को लेकर सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को कारण बताओ नोटिस भेजकर जवाब तलब किया था। नोटिस में डीसीजीआई ने एसआईआई से पूछा था कि आप का ट्रायल क्यों न सस्पेंड कर दिया जाए। इसके बाद सीरम ने देशभर में 17 स्थानों पर चल रहे वैक्सीन ट्रायल को तत्काल प्रभाव से रोक दिया। 

क्यों रोका गया ट्रायल ?

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित किए जा रहे इस वैक्सीन के ट्रायल के दौरान ब्रिटेन में वैक्सीन लेने वाला एक व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार हो गया था। वैक्सीन के इस प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए ब्रिटेन में तत्काल इसके परीक्षण पर रोक लगा दी गई थी। हालांकि इसके बाद सीरम इंस्टीट्यूट ने बुधवार को कहा था कि भारत में इसका ट्रायल जारी है और इसमें कोई समस्या नहीं आई है। इसके बाद डीसीजीआई ने इंस्टीट्यूट को नोटिस जारी कर कहा था कि जवाब न मिलने पर संस्था के खिलाफ उचित करवाई की जाएगी।

इंग्लैंड, ब्राजील और साउथ अफ्रीका में पहले ही लग चुकी है रोक

विश्वभर में सबसे अच्छा और भरोसेमंद मानी जा रही ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी की इस वैक्सीन की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे हैं। भारत के पहले इंग्लैंड, ब्राजील और साउथ अफ्रीका ने पहले ही इस वैक्सीन के ट्रायल पर रोक लगा दी है। जबतक इसके सुरक्षित होने की पुष्टि नहीं होती इसपर रोक बरकरार रहेगी। ऐसे में अब आम जनता के मन मे फिर से वैक्सीन को लेकर चिंता बढ़ गई है। फिलहाल वैक्सीन आने के समय को लेकर अनिश्चितता बरकरार है।