नोटंबदी के एक साल पूरे होने के बाद भी लालू यादव का केंद्र सरकार पर हमला जारी है. वे इस मुद्दे को लेकर घोषणा होने के पहले दिन से सरकार पर हमलावर रहे हैं. आरजेडी के नेता लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘नोटबंदी और जीएसटी तब कामयाब मानी जाती जब इसका डंका जनता बजाती, बीजेपी नहीं. इन्हें खुद की पीठ थपथपानी नहीं पड़ती, जनता खुद इनकी पीठ थपथपाती.’
नोटबंदी और GST तब कामयाब मानी जाती जब इसका डंका जनता बजाती भाजपा नहीं। इन्हें ख़ुद की पीठ थपथपानी नहीं पड़ती जनता ख़ुद इनकी पीठ थपथपाती।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 10, 2017
गौरतलब है कि पिछले वर्ष आठ नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1,000 और 500 रुपए के नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी. जीएसटी इसी वर्ष लागू हुआ है.
एक ओर जहां केंद्र नोटबंदी और जीएसटी को सफल बता रही है, वहीं विपक्षी दल सरकार के इन दोनों कदमों को बड़ी विफलता बता रहे हैं. लालू यादव ने इस फैसले को अहंकार की तुष्टी मात्र बताया था. लालू यादव ने यह भी कहा कि नोटबंदी के दौरान किसी महेश शाह के यहां 13 हजार करोड़ रुपए का कालाधन मिला. उसपर किसी तरह की कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
नोटबंदी के दौरान किसी महेश शाह के यहाँ 13 हज़ार करोड़ का काला धन मिला। वह किस शाह का Cousin Brother था? उसपर किसी IT/CBI और ED की कार्यवाई क्यों नहीं हुई? ई है तोहार नोटबंदी?? #BJPMoneyLaunderingScam
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 8, 2017
इस समय कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष देशभर में ब्लैक मनी डे मना रही है. सभी विरोधी दल अपने क्षेत्र में नोटबंदी के एक साल पूरा होने पर इसके खिलाफ आंदोलन, जनसभाएं कर रही है.