गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार का शोर थम चुका है. अब सभी राजनीतिक दल के उम्मीदवार डोर-टू डोर कैम्पेन में जुट चुके हैं. गुरुवार (7 दिसंबर) को पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार का आखिरी दिन होने के कारण सभी राजनीतिक दलों के कई दिग्गज चुनाव प्रचार में जान फूंकते हुए नजर आए.
इस बीच सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सबको चौंकाते हुए इस बार अपना मैनिफेस्टो (घोषणा-पत्र) जारी नहीं किया है. यह पहली बार हो रहा है जब चुनाव से पहले बीजेपी ने अपना मेनिफेस्टो जारी नहीं किया है. जबकि कांग्रेस ने अपना घोषणा-पत्र एक सप्ताह पहले ही सबके सामने ला दिया था. बीजेपी द्वारा घोषणा-पत्र जारी नहीं किए जाने को लेकर कांग्रेस ने उन पर निशाना साधा है.
बीजेपी के गुजरात में घोषणा पत्र न जारी करने पर मौके को भुनाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित अन्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने भी बीजेपी पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर इसे गुजरात की जनता का अपमान बताया है.
गुरुवार (7 दिसंबर) को बीजेपी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ट्वीट किया, ”बीजेपी ने गुजरात की जनता का अविश्वसनीय रूप से तिरस्कार किया है. गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान खत्म हो चुका है, लेकिन बीजेपी की ओर से अभी तक सूबे की जनता के लिए कोई घोषणा पत्र जारी नहीं किया गया है. गुजरात के भविष्य के लिए बीजेपी ने न तो कोई विजन पेश किया है और न ही किसी तरह का आइडिया.”
The BJP has shown unbelievable disrespect towards the people of Gujarat. Campaign is over and STILL no mention of a manifesto for the people, no vision and no ideas presented for Gujarat’s future. #BJPDisrespectsGujarat
— Office of RG (@OfficeOfRG) December 7, 2017
वहीं, अहमद पटेल ने लिखा, ‘बीजेपी ने गुजरात में मतदाताओं के सामने घोषणा पत्र जारी करने या अपना विजन रखने की भी परवाह नहीं की. क्योंकि, 1- विकास कभी उनका एजेंडा नहीं था, 2- वे 2012 में किए वादों से जुड़े सवालों के जवाब नहीं देना चाहते, 3- उन्हें एहसास हो गया है कि उनकी हार तय है.’
BJP has not even bothered to produce in front of the voters a manifesto or vision for Gujarat.This is because
1. Vikas was never their agenda
2. They don’t want to answer questions about 2012 promises
3. They have realised that their defeat is certain— Ahmed Patel (@ahmedpatel) December 7, 2017
बता दें कि मैनिफेस्टो या घोषणा पत्र में पार्टी उन वादों को ऐलान करती है जिन्हें सरकार बनने के बाद वह अगले पांच सालों में पूरा करेगी. लेकिन गुरुवार को गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए प्रचार खत्म हो गया. इसके बावजूद भी बीजेपी ने गुजरात के लिए अपना घोषणा पत्र जारी नहीं किया है. वहीं, गुजरात चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र में ‘खुश रहे गुजरात, खुशहाल गुजरात’ का नारा भी दिया है.