मप्र में पारले-जी की एंट्री, होगा 300 करोड़ का निवेश

प्रदेश में अब पारले-जी समूह की एंट्री तय हो गई है। पारले-जी ने मध्यप्रदेश में फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाना तय किया है। इसके लिए पारले-जी 300 करोड़ रुपए का निवेश करेगा। इस मशहूर ब्रांड के आने से प्रदेश में जॉब के अवसर भी बढ़ेंगे, क्योंकि 70 फीसदी रोजगार स्थानीय लोगों को देना होगा।

कमलनाथ सरकार ने 18 अक्टूबर को इंदौर में होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर समिट के पहले इसका अनुबंध करना तय किया है। इसके तहत समिट में इस निवेश का फायनल एेलान होगा। पारले-जी समूह ने मुरैना के सीतापुर औद्योगिक क्षेत्र में इस इंड्रस्टी को लगाना तय किया है। इसके लिए समूह के अफसर मौके पर जमीन भी देखकर आ चुके हैं, जिसे फायनल कर दिया गया है।

राज्य सरकार के स्तर पर भी इसकी प्रारंभिक सहमति बन चुकी है। मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद इस पूरे प्रोजेक्ट को देख रहे हैं। कमलनाथ ने निर्देश दिए है कि औद्योगिक निवेश के मामले में सारी मंजूरियां अब एक छत के नीचे लाई जाए। साथ ही एेसे प्रोजेक्ट के लिए अलग से अधिकारी तैनात करके भी मानीटरिंग की जाएगी। सभी उद्योगों को मंजूरियों के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।

मंदी की आशंका में उम्मीद की रोशनी-

पारले-जी समूह के इस निवेश से मंदी के बावजूद उम्मीद की राह निकलेगी। क्योंकि, हाल ही में पारलेजी समूह ने अपने यहां दस हजार से ज्यादा कर्मचारियों को हटाने की बात कही थी। तब मंदी का असर बताया गया था, लेकिन अब पारले जी मध्यप्रदेश आता है, तो इससे उलटे रोजगार पैदा होगा। यहां ७० फीसदी स्थानीय रोजगार देना है। इसलिए ग्वालियर-चंबल इलाके में इससे फायदा होगा।

पारले-जी की पहली एंट्री

पारलेजी समूह की मध्यप्रदेश में यह पहली एंट्री होगी। इससे पहले दो बार पारलेजी समूह से निवेश को लेकर भाजपा शासनकाल के समय चर्चा हुई थी, लेकिन सहमति नहीं बन सकी। अब सहमति बनने के साथ निवेश को लेकर अनुबंध होने तक बात पहुंच गई है। पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में पहले से पारलेजी समूह का प्लांट है।

आस-पास इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट

पारले-जी मुरैना के सीतापुर क्षेत्र में जहां फूड प्रोसेसिंग डाल रहा है, वहां आस-पास इंफ्रास्ट्रक्चर डेवपलमेंट का पूरा प्रोजेक्ट सरकार ने तैयार किया है। इस क्षेत्र में कुछ अन्य इंड्रस्टी और आएंगी। इस इलाके को कनेक्टिविटी से लेकर अन्य सुविधाओं तक के लिए अलग से प्लान बनाकर काम होगा।