मनोहर पर्रिकर ने राष्ट्रगान पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर उठाए सवाल, कोर्ट का फैसला बताया गलत

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने बातो बातो में रविवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठा दिए, कहा कि उच्चतम न्यायालय की ये टिप्पणी पूरी तरह गलत है, लोगों का सिनेमा घरों में खड़े कोई गलत बात नहीं है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी को नहीं मानेंगे.
ऐसा मन जाता है की देश के संविधान से ऊपर कोई नहीं होता, और सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कोई नकार नहीं सकता. सिनेमाघरो में राष्ट्रगान की सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को बीजेपी के मंत्री ने मानने से साफ इनकार कर दिया है.
Manohar Parrikar questions the question of the Supreme Court on national anthem
गोमांतक बाल शिक्षण परिषद के बैनर तले रविवार शाम आयोजित शिक्षकों की एक सभा को संबोधित करते हुए पर्रिकर ने कहा, ‘हाल में एक फैसला आया था जिसमें आदेश दिया गया आपको राष्ट्रगान के वक्त खड़े होने की ज़रूरत नहीं है. मैं फैसले के गुण-दोष में नहीं जाना चाहता, लेकिन मेरी राय में ये गलत है.’

शीर्ष न्यायालय ने 23 अक्तूबर को कहा था कि लोगों को अपनी देशभक्ति साबित करने के लिए सिनेमा घरों में खड़े होने की ज़रूरत नहीं है. न्यायालय ने केंद्र से कहा कि वो सिनेमा घरों में राष्ट्रगान आयोजित करने के नियमन के लिए नियमों में संशोधन पर विचार करे.
भाषा की खबर के अनुसार, शीर्ष न्यायालय ने ये भी कहा कि ये मानकर नहीं चला जा सकता कि यदि कोई व्यक्ति राष्ट्रगान के दौरान खड़ा नहीं होता है तो वो कम देशभक्त है.

पर्रिकर ने कहा कि उच्चतम न्यायालय की इस टिप्पणी के बाद वो एक कार्यक्रम में गए थे. उन्होंने कहा, ‘मैं एक कार्यक्रम में गया था जहां आयोजकों ने मुझे बताया कि एक फैसला है जिसके तहत राष्ट्रगान के वक्त खड़ा होना ज़रूरी नहीं है और इस मुद्दे पर भ्रम है.’ पर्रिकर ने कहा कि उन्होंने एक आयोजक से कहा कि वो फैसले के गुण-दोष में नहीं जाएं और वहां मौजूद लोगों से अपील करें कि वो राष्ट्रगान के वक्त खड़े हो जाएं.