एक सभा में मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर निशाना साधा और 1,000 एवं 500 रुपये के नोट चलन से बाहर किए जाने के फैसले को ‘बड़ी, ऐतिहासिक भूल’ करार दिया.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की ‘गलत’ नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के लिए वाम दलों से कांग्रेस नेतृत्व को राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग देने की अपील की. पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘राष्ट्रीय स्तर पर क्या हम भाजपा का विरोध संयुक्त मोर्चे के तौर पर करने जा रहे हैं या माकपा दोनों पार्टियों- भाजपा और कांग्रेस से समान दूरी रखने जा रही है?’
मनमोहन ने पार्टी से राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस नेतृत्व को सहयोग देने और भाजपा के कुशासन तथा विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई छेड़ने की अपील की.
उन्होंने इसके साथ ही केरल की माकपा नीत एलडीएफ सरकार की आलोचना करते हुए कहा, ‘राज्य में कानून व्यवस्था चरमरा गई है, राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं महसूस कर रही हैं, साथ ही आर्थिक प्रगति धीमी पड़ गई है.’
साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जल्दबाजी में जीएसटी लागू कर लोगों पर नया बोझ डाल दिया. इसके साथ ही मनमोहन सिंह ने देश के वाम दलों का आह्वान किया कि वे केंद्र की भाजपा सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर लड़ने में कांग्रेस नेतृत्व के साथ सहयोग करें.
नोटबंदी और जीएसटी छोटे कारोबारियों के लिए बुरे सपने की तरह, आम लोगों को इससे काफी परेशानी हुई. उन्होंने कहा कि सरकार ने नोटबंदी का जो मकसद बताया वह पूरा नहीं हुआ, कालेधन वालों को पकड़ा नहीं जा सका.