महाराष्ट्र के मंत्री का सड़क के किनारे खड़े होकर पेशाब करते हुए विडियो वायरल, PM मोदी के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को मंत्री ने लगाया पलीता

महाराष्ट्र के जल संरक्षण मंत्री राम शिंदे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इस वीडियो में वह सड़क के किनारे पेशाब करते हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो के वायरल होने के बाद मंत्री अपने बचाव में उतरे हैं और उन्‍होंने सफाई दी है.
PM मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को पलीता लगाते उन्हीं की पार्टी के एक मंत्री का वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह सड़क के किनारे खड़े होकर पेशाब करते हुए देखें जा रहे है.
Maharashtra's minister standing on the road side of the road and urinating the urine
महाराष्ट्र के मंत्री राम शिंदे का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह कथित तौर पर सड़क किनारे पेशाब करते दिख रहे हैं. घटना सोलापुर बर्शी रोड की है.
भाषा की खबर के अनुसार, उस वक्त जल संरक्षण मंत्री अपनी कार से जा रहे थे. जब शिंदे से संपर्क किया गया तो उन्होंने भाषा से कहा कि उन्होंने खुले में पेशाब इसलिए किया क्योंकि वह बीमार थे. वह सरकार की प्रमुख जलयुक्त शिवर योजना के लिए राज्य की करीब एक महीने की यात्रा पर हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ मैं करीब एक महीने से जलयुक्त शिवर योजना की समीक्षा के लिए लगातार यात्रा कर रहा हूं.
Maharashtra's minister standing on the road side of the road and urinating the urine
उच्च तापमान और धूल में यात्रा ने मुझे बीमार कर दिया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे बुखार है और जब मुझे यात्रा के दौरान कोई शौचालय नहीं मिला तो मुझे खुले में शौच करना पड़ा.’’ बहरहाल, राकांपा ने कहा कि राजमार्ग पर शौचालय नहीं मिलना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की विफलता को दिखाता है.

आपको बता दे कि प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की जोर-शोर से शुरूआत की जिसका असर पूरे देश में देखने को मिला था. लेकिन पूर्व में उन्हीं की कैबिनेट के एक मंत्री स्वच्छ भारत अभियान की खुलेआम धज्जियां उड़ाते दिख थे. एक तस्वीर में केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह पूरे लाव-लश्कर के साथ खुले में पेशाब करते नजर आ रहे थे, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो हुआ था.
बता दें कि ‘स्वच्छ भारत अभियान’ मोदी सरकार द्वारा शुरू किया गया एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है, जिसका उद्देश्य गलियों, सड़कों तथा अधोसंरचना को साफ-सुथरा करना है. यह अभियान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिवस 02 अक्टूबर 2014 को आरंभ किया गया था.