‘आश्चर्य है कि एक तरफ PM अपने हर भाषण में 20 बार “पूज्य बापू” रटते हैं और दूसरी तरफ उनकी ही सरकार में बापू के हत्यारों के मंदिर बन जाते हैं’

मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं द्वारा अपने कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे का मंदिर और प्रतिमा स्थापित की गई है. महासभा का कहना है कि प्रशासन से जमीन न मिलने पर दौलतगंज क्षेत्र में मंदिर बनाने का फैसला हुआ. गोड़से की मंदिर और प्रतिमा स्थापित करने से विवाद उत्पन्न हो गया है.

इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं. इस विवाद में कूदते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और मशहूर कवि कुमार विश्वास ने पीएम मोदी का नाम घसीटते हुए हमला बोला है.

कुमार ने ट्वीट कर कहा कि, “आश्चर्य है कि एक तरफ़ PM अपने हर भाषण में 20 बार “पूज्य बापू” रटते हैं और दूसरी तरफ़ उनकी ही सरकार में बापू के हत्यारों के मंदिर बन जाते हैं. ईश्वर के अतिरिक्त एक हत्यारे का मंदिर बनने पर “भावनाएँ” आहत नहीं होंगीं?”


वहीं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले में ट्वीट किया, “गांधीज़ी के नाम का सहारा लेकर उपवास का ढोंग करने वाले शिवराज सिंह चौहान की नाक के नीचे बापू के हत्यारे का मंदिर स्थापित किया जा रहा है. इस शर्मनाक कृत्य की जितनी निंदा की जाए, वह कम है.”


नाथुराम गोडसे की पुण्यतिथी पर गुरुवार (16 नवंबर) को महासभा के डॉ. जयवीर सिंह सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने कार्यालय में विधिवत प्रतिमा स्थापित की. इस दौरान तमाम वक्ताओं ने गोडसे के कार्यों का ब्यौरा दिया और साथ ही एक विशाल मंदिर स्थापित करने का संकल्प लिया.

हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने न्यूज एजेंसी भाषा को फोन पर बताया कि हमने 9 नवंबर को जिला प्रशासन से नाथूराम गोडसे का मंदिर बनाने के लिए जमीन की मांगी थी. प्रशासन द्वारा इंकार किये जाने पर ग्वालियर के दौलतगंज क्षेत्र में स्थित अपने कार्यालय में ही गोडसे का मंदिर बनाया है.

इस मामले में यदि किसी ने कानून और संविधान का उल्लंघन किया है तो उस पर कानून की मुताबिक कार्रवाई होगी.उधर, मेरठ से मिले समाचार के अनुसार हिंदू महासभा ने हरियाणा के अंबाला में स्थित कारागार जाने की अनुमति मांगी है.