खटारा हो चुकी एंबुलेंस की जगह आएंगी नई एंबुलेंस, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिखाई 45 नई जननी एंबुलेंस को हरी झंडी

भोपाल. राज्य सरकार का लक्ष्य है कि आम आदमी की बुनियादी सुविधाओं में निरंतर वृद्धि हो, जिससे वे एक सुरक्षित और सम्मानित जीवन जी सकें। यह बात मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को लाल परेड ग्राउंड में 108 जननी एंबुलेंस के 45 नए वाहनों के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कही। यह 45 नई एंबुलेंस पुरानी हो चुकी एंबुलेंस को रिप्लेस करेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई एंबुलेंस वाहन शुरू होने से सुदूर अंचलों में रहने वाले लोगों को समय पर इलाज मिल सकेगा।

मुख्यमंत्री ने 108 जननी एंबुलेंस के नए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट और जनसम्पर्क मंत्री पीसी शर्मा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि प्रदेश में नागरिकों को हर सुविधा मिले। एक ऐसा वातावरण प्रदेश में बने, जिसमें हर वर्ग खुश रहे और हमारा प्रदेश खुशहाल बने। श्री कमल नाथ ने कहा कि 108 जननी एंबुलेंस में पुराने वाहनों को बदला जाना इसी कड़ी में एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि नई एंबुलेंस वाहन शुरू होने से सुदूर अंचलों में रहने वाले लोगों को सुचारू रूप से समय पर इलाज मिल सकेगा। इससे हजारों लोगों को लाभ मिलेगा।

इस अवसर पर बताया गया कि वर्तमान में प्रदेश के 51 जिलों में 737 संजीवनी 108 जननी एंबुलेंस वाहन संचालित किए जा रहे हैं। इनमें से 2.5 लाख किलोमीटर चल चुके अथवा 5 वर्ष से अधिक पुराने हो चुके वाहनों में से 50 वाहनों को नए वाहनों में बदलने की योजना है। जननी एक्सप्रेस योजना में अप्रैल 2019 से सितंबर 2019 तक 6 माह में कुल 2 लाख 94 हजार 595 गर्भवती महिलाओं तथा 39 हजार 299 बीमार शिशुओं को उपचार के लिये समय पर घर से चिकित्सालय तक पहुँचाया गया। इसी प्रकार कुल 2 लाख 64 हजार 513 महिलाओं को प्रसव उपरान्त तथा 28 हजार 24 बीमार शिशुओं को अस्पताल से घर तक पहुंचाया गया। कुल 77 हजार 446 हितग्राहियों को एक अस्पताल से दूसरे उच्च स्वास्थ्य संस्थान तक पहुँचाया गया।