“कैलाश विजयवर्गीय करते थे मेरे पिता की चापलूसी” : मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के पुत्र पवन वर्मा

इंदौर. भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय को जवाब देते हुए अब पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के पुत्र पवन वर्मा ने वीडियो जारी किया है। वर्मा ने विधायक को संबोधित करते हुए कहा कि जब कैलाश विजयवर्गीय इंदौर के महापौर थे, तब सज्जन वर्मा प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री हुआ करते थे। उस वक्त मेरे पिता की चापलूसी करने के लिए कैलाश विजयवर्गीय सिटी जिमखाना क्लब आया करते थे। उस दौर में मेरे पिता के मंत्रायल से करोड़ों रुपए इंदौर के विकास के लिए दिए गए। इंदौर की बांड सडक़ों के बांड भी प्रदेश सरकार ने ही जारी किए थे, इसकी गारंटी भी बगैर किसी भेदभाव के कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने दी थी।

इंदौर से ही शुरू की राजनीति

मंत्री पुत्र ने कहा, सज्जन वर्मा ने 1977 में इंदौर से ही राजनीति शुरू की। तब वे इंदौर विश्वविद्यालय के अध्यक्ष बने। वर्ष 1983 में इंदौर से ही पार्षद चुने गए। हमारे परिवार के अभय वर्मा इंदौर—3 विधानसभा से लगातार तीन बार पार्षद चुने गए; उन्हें हराने के लिए कैलाश विजयवर्गीय ने ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था। मेरे पिता प्रचार में एक दिन भी नहीं आए, फिर भी अभय वर्मा चुनाव जीत गए।

पेंशन घोटाले की बद्दुआएं आपके साथ

मंत्री पुत्र ने कहा कि पेंशन घोटाले में गरीबों की राशि को हड़पा है और इसकी बददुआएं विजयवर्गीय परिवार के साथ है। आपके पिता ने सिंहस्थ में घोटाला किया और अब सभी घोटालेबाजों के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो रही है।

घमंड तो रावण का भी नहीं रहा तो गीदड़ों का कैसे बचेगा

वीडियो के अंत में मंत्री पुत्र ने कहा कि हमारा घर इंदौर की पलसीकर कॉलोनी में है और हमें वहां आने से रोककर दिखा दें। मेरे पिता सज्जन हैं और उनके नाम के साथ सिंह भी जुडा हुआ है। घमंड मत करो क्योंकि घमंड तो रावण का भी नहीं रहा, तो फिर गीदड़ों का कैसे रह सकता है।